मुंबई, 19 जनवरी शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख उद्धव ठाकरे ने शुक्रवार को कहा कि जिन लोगों को अतीत में शिवसेना ने बचाया था, वे अब इसे खत्म करने की कोशिश कर रहे हैं।
महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि कई लोग खुद को बचाने के लिए उनके पिता बाल ठाकरे और उनसे मिलने के लिए उनके आवास ‘मातोश्री’ आते थे। उद्धव ठाकरे ने कहा, ‘‘उस समय, बालासाहेब ने कभी नहीं सोचा था कि भविष्य में क्या होगा। उन्होंने उनको बचाया। जिन्हें बालासाहेब और शिवसेना ने बचाया था, वे इसे खत्म करने की कोशिश कर रहे हैं...वे कोशिश कर लें। यह मेरी चुनौती है।’’
ठाकरे ने दावा किया, ‘‘उन्होंने हमें अपना दुश्मन बना लिया।’’
ठाकरे अपने आवास ‘मातोश्री’ में बोल रहे थे, जहां भारतीय जनता पार्टी (भाजपा), विश्व हिंदू परिषद (विहिप) और बजरंग दल के कुछ पदाधिकारी शिवसेना (यूबीटी) में शामिल हो गए।
अविभाजित शिवसेना 2002 के दंगों के बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को गुजरात के तत्कालीन मुख्यमंत्री पद से बर्खास्त होने से बचाने का श्रेय लेती थी। पार्टी दावा करती थी कि बाल ठाकरे ने तत्कालीन उपप्रधानमंत्री और भाजपा के कद्दावर नेता लालकृष्ण आडवाणी से बात करके मोदी को बचाया था।
ठाकरे ने कहा कि यह शिवसेना और शिवसैनिक ही थे, जिन्होंने 1992-93 के दंगों के दौरान मुंबई को बचाया। उन्होंने कहा कि शिवसेना के संस्थापक बाल ठाकरे ने ‘गर्व से कहो हम हिंदू हैं’ का आह्वान उस समय किया था, जब लोग खुद को हिंदू कहने से डरते थे।
उद्धव ठाकरे ने कहा, ‘‘उन दिनों, बालासाहेब (ठाकरे) ने (दिवंगत भाजपा नेता) प्रमोद महाजन से कहा था कि इस देश में हिंदू हिंदू के रूप में वोट करेंगे। वे दिन आ गए हैं।’’
राम जन्मभूमि आंदोलन का परोक्ष रूप से संदर्भ देते हुए उन्होंने कहा कि जिन लोगों ने संघर्ष किया वे कोई और थे, जबकि इससे लाभान्वित होने वाले लोग कोई और हैं।
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