नयी दिल्ली: भारतीय फुटबॉल टीम के प्रेरणादायी कप्तान सुनील छेत्री ने सैफ चैंपियनशिप में भारत की खिताबी जीत का श्रेय टीम के जुझारूपन को दिया और साथ ही घरेलू प्रशंसकों से मिलने समर्थन की सराहना भी की. भारत ने पश्चिम एशिया की दो मजबूत टीम लेबनान और कुवैत को कड़ी टक्कर दी और दोनों को क्रमश: सेमीफाइनल और फाइनल में पेनल्टी शूटआउट में हराया. मेजबान टीम ने मंगलवार को बेंगलुरू के कांतीर्वा स्टेडियम में नौवीं बार सैफ खिताब जीता.
दक्षिण एशिया के क्षेत्रीय टूर्नामेंट सैफ कप को अधिक प्रतिस्पर्धी बनाने के लिए लेबनान और कुवैत को आमंत्रित किया गया था. टूर्नामेंट के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी चुने गए छेत्री ने अपने ट्विटर हैंडल पर पोस्ट वीडियो में कहा, ‘‘इस टीम के बारे में मैं आपको एक चीज यह सकता हूं कि हम लड़ते हैं.’’ ENG vs AUS 4th Test: तीसरे एशेज टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया की खराब शुरुआत, डेविड वार्नर, स्टीव स्मिथ समेत कई दिग्गज जल्द लौटे पवेलियन
अगले महीने 39 बरस के होने वाले छेत्री ने कहा, ‘‘चाहे कुछ भी हो हम संघर्ष करते हैं. हम चाहे कहीं भी खेल रहे हो, हम लड़ते हैं. और हम चाहे किसी से भी खेल रहे हों, हम लड़ते हैं. हम हमेशा ऐसा करते हैं.’’
छेत्री सेमीफाइनल और फाइनल में पूरे 120 मिनट खेले. उन्होंने पेनल्टी शूटआउट में दोनों मौकों पर पहला प्रयास लिया और गोल भी दागे. पांच गोल के साथ टूर्नामेंट के सबसे सफल स्कोरर छेत्री ने दर्शकों की भी सराहना की.
उन्होंने कहा, ‘‘बेंगलुरू, आप लोग विशेष हैं. आपको एक छोटा सा रहस्य बता दूं कि लेबनान और कुवैत के खिलाफ मुकाबले आसान नहीं थे और अगर आप नहीं होते तो हमें यह (ट्रॉफी की ओर इशारा करते हुए) नहीं मिलती.’’
भारत को सितंबर और अक्टूबर में क्रमश: थाईलैड में किंग्स कप और मलेशिया में मर्डेका कप में हिस्सा लेना है. इगोर स्टिमक की टीम 2023 में घरेलू सरजमीं पर पिछले 11 मैच से अजेय है. टीम ने इस दौरान सात जीत दर्ज की लेकिन आगामी मुकाबले आसान नहीं होंगे.
(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)