देश की खबरें | तिरुवनंतपुरम में है पुस्तकों की वैश्विक राजधानी बनने की क्षमता : विजयन

तिरुवनंतपुरम, सात जनवरी केरल के मुख्यमंत्री पिनारयी विजयन ने मंगलवार को कहा कि प्रदेश की राजधानी तिरुवनंतपुरम को पुस्तकों की वैश्विक राजधानी का नाम दिया जाना चाहिए।

विजयन ने इस संबंध में राज्य विधानसभा के अध्यक्ष ए एन शमशीर से आग्रह किया कि वे यूनेस्को को पत्र लिखकर तिरुवनंतपुरम को यह उपनाम दिए जाने का अनुरोध करें।

विजयन ने राज्य विधानसभा में केरल विधानमंडल अंतरराष्ट्रीय पुस्तक महोत्सव (केएलआईबीएफ) के तीसरे संस्करण का उद्घाटन करने के अवसर पर यह बात कही।

मुख्यमंत्री ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र शैक्षिक, वैज्ञानिक तथा सांस्कृतिक संगठन (यूनेस्को) की एक परियोजना है जिसके तहत हर साल एक शहर को पुस्तकों की वैश्विक राजधानी के रूप में चिन्हित किया जाएगा और यदि भारत के किसी शहर पर इसके लिए विचार किया जाता है तो केरल के शहर इस सूची में सबसे पहले होंगे।

उन्होंने कहा कि जिस तरह कोझिकोड को 'साहित्य का वैश्विक शहर' का खिताब मिला है, उसी तरह तिरुवनंतपुरम में पुस्तकों की वैश्विक राजधानी बनने की क्षमता है।

विजयन ने कहा, ‘‘हमने 1945 में ही पुस्तकालय आंदोलन शुरू कर दिया था, जब संयुक्त राष्ट्र का गठन हुआ था। सांसद पॉल ने उसी साल एसपीसीएस (साहित्य प्रवर्तक सहकारिता संघम) भी शुरू किया था। केरल वह राज्य है जिसने संयुक्त राष्ट्र की कई साहित्यिक परियोजनाओं की शुरुआत की है और केरल की राजधानी तिरुवनंतपुरम में पुस्तकों की वैश्विक राजधानी बनने की सारी योग्यताएं हैं।’’

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