मारियुपोल में जारी रूसी हमलों के कारण शहर से भारी संख्या में लोग पलायन कर गए हैं।
मेयर वादिम बॉयचेंको ने सोमवार को कहा कि रूसी बल शहर से बचकर निकलने वाले आम नागरिकों को ऐसा करने से रोक रहे हैं और पलायन करने वाले लोगों को वापस लौटने पर मजबूर किया गया।
रूस द्वारा 24 फरवरी को शुरू की गई सैन्य कार्रवाई से पहले तक मारियुपोल की आबादी 4,00,000 से अधिक थी।
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रूस-यूक्रेन युद्ध से जुड़े महत्वपूर्ण ताजा घटनाक्रम-
— ‘होलोकॉस्ट’ (यहूदियों के नरसंहार) में जीवित बचे लोगों ने सुरक्षा की दृष्टि से यूक्रेन से जर्मनी की ओर पलायन किया।
— यूक्रेन के वेल्डरों ने दान में मिले वाहनों को सेना के लिए परिवहन में बदला
— यूक्रेन में हो रहे युद्ध के कारण अरब देशों में खाद्य आपूर्ति पर संकट
अन्य घटनाक्रम:
मॉस्को: रूस के विदेश मंत्री ने कहा है कि संभावित समझौते के प्रमुख बिंदुओं पर स्पष्टता के बाद ही रूस और यूक्रेन के राष्ट्रपति बातचीत के लिए बैठक कर सकते हैं। सर्गेई लावरोव ने सोमवार को कहा कि सभी प्रमुख बिंदुओं के समाधान के लिए एक बार स्पष्टता होने के बाद ही बैठक जरूरी होगी।
लावरोव के बयान से पहले यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने कहा था कि वह शांति के लिए, रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ यूक्रेन की तटस्थता और सुरक्षा गारंटी के मुद्दे पर “बिना देरी के” चर्चा करने को तैयार हैं।
जेलेंस्की ने कहा कि पुतिन के साथ केवल आमने-सामने की बातचीत होने से ही युद्ध समाप्त हो सकता है। रूस और तुर्की के वार्ताकार इस्तांबुल में मंगलवार को बातचीत का एक और दौर करने वाले हैं जिसमें समझौते का मसौदा तैयार हो सकता है।
सर्बिया के मीडिया को दिए एक ऑनलाइन साक्षात्कार में लावरोव ने आरोप लगाया कि यूक्रेन केवल बातचीत करना चाहता है जबकि रूस को ठोस नतीजों की दरकार है। इससे पहले ऑस्कर पुरस्कार समारोह के दौरान, रूसी हमले का सामना कर रहे यूक्रेन के साथ एकजुटता दिखाने के लिए 30 सेकेंड का मौन रखा गया।
यूक्रेन में जन्मी मिला कुनिस ने रविवार रात आयोजित अकादमी पुरस्कार समारोह की शुरुआत में यूक्रेन के प्रति एकजुटता दिखाते हुए एक भावुक भाषण दिया। वहीं, पुरस्कार समारोह के बीच में अचानक स्क्रीन काला हो गया और उस दौरान स्क्रीन पर एक संदेश आया, जिसमें युद्धग्रस्त देश में मदद भेजने के लिए हर संभव प्रयास करने की अपील की गई।
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मॉस्को: रूस के राष्ट्रपति कार्यालय (क्रेमलिन) ने अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन द्वारा रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को लेकर की गई टिप्पणी पर चिंता जतायी और कहा कि वह इस टिप्पणी के व्यापक निहितार्थ का अध्ययन करेगा।
बाइडन ने शनिवार को अपने एक भाषण में रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के बारे में कहा था कि ‘‘यह शख्स सत्ता में नहीं रह सकता।’’ हालांकि, व्हाइट हाउस और अन्य अमेरिकी अधिकारियों ने तुरंत यह स्पष्ट किया कि बाइडन वास्तव में पुतिन को सत्ता से हटाने की बात नहीं कर रहे थे।
क्रेमलिन के प्रवक्ता दिमित्री पेस्कोव ने सोमवार को संवाददाताओं से कहा कि बाइडन के बयान ने ''बेशक चिंता बढ़ा दी है।''
उन्होंने कहा, '' इस बात का फैसला अमेरिकी राष्ट्रपति और अमेरिका की जनता पर निर्भर नहीं करता कि रूस में कौन सत्ता में रहेगा।''
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बीजिंग — चीन ने कहा कि रूस के विरुद्ध आर्थिक प्रतिबंध लगाने के बारे में बीजिंग की चिंताओं को अमेरिका को गंभीरता से लेना चाहिए।
चीन ने प्रतिबंधों पर कड़ी प्रतिक्रिया दर्ज की और कहा कि इससे युद्ध खत्म नहीं होगा और वैश्विक आर्थिक परिदृश्य बदतर होगा। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता वांग वेनबिन ने सोमवार को कहा कि चीन तथा अन्य देश मानते हैं कि “भूराजनैतिक संघर्ष और बड़ी शक्तियों के खेल की कीमत सभी देशों के लोगों को नहीं चुकानी चाहिए।”
उन्होंने कहा ‘‘ समस्या यह नहीं है कि कौन रूस को प्रतिबंधों से बचाना चाहता है, बल्कि यह है कि चीन और रूस के बीच सामान्य आर्थिक और व्यापारिक संबंधों को अनावश्यक रूप से नुकसान हो रहा है।”
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द हेग, नीदरलैंड्स— यूरोपीय संघ की न्यायिक समन्वय एजेंसी यूरोजस्ट ने कहा है कि उसने युद्ध अपराधों और मानवता के विरुद्ध अपराधों की जांच के लिए पोलैंड, लिथुआनिया और यूक्रेन को एक संयुक्त जांच दल बनाने के वास्ते सहायता दी है।
एजेंसी ने सोमवार को कहा कि दल के गठन के लिए इन तीन देशों ने शुक्रवार को समझौते पर हस्ताक्षर किये। यूरोजस्ट ने कहा कि उसने इसके लिए कानूनी और तकनीकी सहायता दी।
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जिनेवा — संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार उच्चायुक्त कार्यालय ने कहा कि 24 फरवरी को यूक्रेन पर रूस के हमले की शुरुआत से लेकर अब तक 1,119 असैन्य लोगों की मौत हो चुकी है और 1,790 लोग घायल हो चुके हैं।
विश्व निकाय की एजेंसी ने रविवार को कहा कि अधिकतर नुकसान ज्यादा प्रभाव क्षेत्र वाली भारी गोलाबारी के कारण हुआ।
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लंदन — ब्रिटेन के रक्षा अधिकारियों ने कहा कि रूस की सेनाओं ने रसद आपूर्ति में समस्या और यूक्रेन की ओर से की जा रही जवाबी कार्रवाई के चलते पिछले 24 घंटे में कोई महत्वपूर्ण प्रगति नहीं की। ब्रिटेन के रक्षा मंत्रालय ने ताजा खुफिया जानकारी में कहा कि रूस की सेनाओं का मनोबल गिरा हुआ है।
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