Gujarat: जहरीली शराब से जान गंवाने वालों की संख्या हुई 40, अब तक 10 लोग गिरफ्तार

गुजरात के बोटाद जिले में कथित तौर पर ज़हरीली शराब पीने से पिछले 12 घंटे में सात और लोगों की मौत होने के बाद इस त्रासदी में जान गंवाने वालों की संख्या बढ़कर 40 हो गई. पुलिस के एक अधिकारी ने बुधवार को यह जानकारी दी.

शराब I प्रतिकात्मक तस्वीर (Photo credits: Pixabay)

अहमदाबाद, 27 जुलाई : गुजरात (Gujarat) के बोटाद जिले में कथित तौर पर ज़हरीली शराब पीने से पिछले 12 घंटे में सात और लोगों की मौत होने के बाद इस त्रासदी में जान गंवाने वालों की संख्या बढ़कर 40 हो गई. पुलिस के एक अधिकारी ने बुधवार को यह जानकारी दी. बोटाद पुलिस नियंत्रण कक्ष के अधिकारी ने बताया कि मृतकों में से 31 बोटाद के विभिन्न गांवों के निवासी थे जबकि नौ अहमदाबाद जिले के धंधुका तालुका के मूल निवासी थे. उन्होंने कहा कि भावनगर, बोटाद और अहमदाबाद के अस्पतालों में अब भी करीब 50 लोग भर्ती हैं. बोटाद और अहमदाबाद पुलिस ने मंगलवार को भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 302 (हत्या), 328 (ज़हर से चोट पहुंचाना) और 120-बी (आपराधिक साजिश) के तहत लगभग 20 लोगों के खिलाफ तीन प्राथमिकी दर्ज की. मामले के संबंध में अब तक कम से कम 10 लोगों को गिरफ्तार किया गया है.

एक अधिकारी ने बताया कि वडोदरा ग्रामीण पुलिस ने बुधवार को बोटाद में बरवाला पुलिस द्वारा दर्ज प्राथमिकी में नामित आरोपी जतुभा राठौड़ को गिरफ्तार कर लिया जो मामला दर्ज होने के बाद से फरार हो गया था. ज़हरीली शराब का यह मामला सोमवार को सुबह तब सामने आया, जब बोटाद के रोजिड गांव और आसपास के अन्य गांवों में रहने वाले कुछ लोगों को उनकी हालत बिगड़ने पर बरवाला क्षेत्र और बोटाद के सरकारी अस्पतालों में भर्ती कराया गया. पुलिस ने बताया कि प्राथमिक जांच में सामने आया है कि बोटाद के अलग-अलग गांवों के कुछ छोटे शराब विक्रताओं ने ‘मिथाइल अल्कोहल’ (मेथेनॉल) में पानी मिलाकर नकली शराब बनाई थी, जो बेहद जहरीली होती है. वे 20 रुपये ‘पाउच’ के दाम पर उसे गांववालों को बेचते थे. यह भी पढ़ें : सोनिया गांधी की ईडी से पूछताछ के खिलाफ कांग्रेस का प्रदर्शन सच्चाई को छुपाने का प्रयास: नड्डा

पुलिस के अनुसार, फॉरेंसिक विश्लेषण में पता चला है कि पीड़ितों ने ‘मिथाइल अल्कोहल’ का सेवन किया था. राज्य सरकार ने एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा कि गुजरात के गृह विभाग ने मामले की विस्तृत जांच के लिए भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) के वरिष्ठ अधिकारी सुभाष त्रिवेदी की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय एक समिति का गठन किया है. समिति तीन दिन में अपनी रिपोर्ट सौंपेगी. समिति के अन्य दो सदस्य मद्य निषेध एवं उत्पाद शुल्क निदेशक एम. ए. गांधी और गुजरात फॉरेंसिक विज्ञान प्रयोगशाला के निदेशक एच. पी. सांघवी हैं.

अब तक पुलिस की जांच में सामने आया है कि जयेश उर्फ राजू नामक एक व्यक्ति ने अहमदाबाद में एक गोदाम से 600 लीटर ‘मिथाइल अल्कोहल’ चोरी किया था. राजू उस गोदाम में बतौर प्रबंधक काम करता था. उसने चुराया गया ‘मिथाइल अल्कोहल’ बोटाद में रहने वाले अपने एक रिश्ते के भाई संजय को 25 जुलाई को 40 हजार रुपये में बेच दिया था. पुलिस ने कहा, ‘‘यह जानते हुए भी कि यह एक औद्योगिक विलायक (सॉल्वेंट) है, संजय ने बोटाद के विभिन्न गांवों के शराब विक्रताओं को इसे बेचा. इन विक्रेताओं ने इस रसायन को पानी में मिलाकर देशी शराब बताते हुए लोगों को बेचा.’’

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