
श्रीनगर, 16 फरवरी हुर्रियत कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष मीरवाइज उमर फारूक ने रविवार को घाटी में कश्मीरी पंडितों की सम्मानजनक वापसी पर मुसलमानों और पंडितों के बीच सहमति बनाने की आवश्यकता पर बल दिया।
मीरवाइज ने कहा कि बहुसंख्यक समुदाय चाहता है कि कश्मीरी पंडित यहां मौजूद समावेशी समाज में लौट आयें।
उन्होंने कहा, ‘‘कुछ आवाजें हैं जो दक्षिण कश्मीर में अपने लिए एक अलग क्लस्टर चाहती हैं... यह स्वीकार्य नहीं है। कश्मीरी पंडितों का एक महत्वपूर्ण वर्ग है जो समावेशी समाज का हिस्सा बनना चाहता है। इसलिए आम सहमति की आवश्यकता है।’’
बडगाम में एक अंतरधार्मिक सम्मेलन के बाद हुर्रियत नेता ने कहा, ‘‘हमारा मानना है कि कश्मीरी पंडितों का मुद्दा एक मानवीय मामला है। कश्मीरी मुसलमान चाहते हैं कि वे अपने घरों को लौटें और पहले की तरह सद्भाव और शांति से रहें।’’
उन्होंने कहा, लेकिन कश्मीरी पंडितों की घाटी में वापसी के तौर-तरीकों पर दोनों समुदायों के बीच आम सहमति होनी चाहिए।
मीरवाइज ने कहा, ‘‘बहुसंख्यक समुदाय को कश्मीरी पंडितों की सम्मानजनक वापसी के लिए कदमों के तौर-तरीके पर बैठकर चर्चा करनी होगी। हालांकि, कश्मीरी पंडितों को भी उनकी वापसी पर आम सहमति बनानी होगी क्योंकि समुदाय के भीतर कुछ आवाजें हैं जो दरार पैदा करने की कोशिश कर रही हैं।’’
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