
नयी दिल्ली, 16 फरवरी : तृणमूल कांग्रेस के नेताओं ने रविवार को केंद्र पर नयी दिल्ली रेलवे स्टेशन पर हुई भगदड़ को छिपाने का प्रयास करने का आरोप लगाया और रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव को बर्खास्त करने की मांग की. सोशल मीडिया मंच 'एक्स' पर एक पोस्ट में राज्यसभा में तृणमूल की उपनेता सागरिका घोष ने सरकार पर "भारतीय नागरिकों के जीवन के साथ बेरहमी से खेलने" का आरोप लगाया और इसे "शब्दों से परे दुखद" कहा. घोष ने 'एक्स' पर एक पोस्ट में कहा, "पहले नरेन्द्र मोदी और उनकी भाजपा ने किसी भी भगदड़ से इनकार किया. फिर उन्होंने इसे अफवाह बताया. फिर उन्होंने स्वीकार किया कि 'कुछ लोग' 'घायल' हुए हैं. फिर भाजपा को मजबूरन यह स्वीकार करना पड़ा कि 'कुछ' लोग 'मर गए' होंगे."
उन्होंने कहा, "जुमला पार्टी और इसकी जुमला सरकार बार-बार मौतों और त्रासदियों पर पर्दा डालती रहती है और भारतीय नागरिकों के जीवन के साथ बेरहमी से खेलती है. नयी दिल्ली स्टेशन पर हुई भगदड़ से मोदी सरकार का 'न्यूनतम शासन, अधिकतम प्रचार' का मंत्र फिर से उजागर हो गया है. यह दुखद है, जिसे शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता." तृणमूल कांग्रेस के राज्यसभा सदस्य साकेत गोखले ने मांग की कि वैष्णव को या तो बर्खास्त किया जाना चाहिए या इस्तीफा दे देना चाहिए, क्योंकि उन्होंने घटना को "छिपाने" की कोशिश करने के लिए रेलवे की आलोचना की. गोखले ने 'एक्स' पर एक पोस्ट में कहा, "कल रात नयी दिल्ली रेलवे स्टेशन पर हुई दुखद भगदड़ में 17 लोगों की मौत और कई लोगों के घायल होने की खबर सुनकर बेहद स्तब्ध हूं. मृतकों के परिवारों के प्रति मेरी संवेदनाएं हैं और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करता हूं." यह भी पढ़ें : Lucknow Shocker: संपत्ति के लालच में हैवान बना बेटा, अपने मां-बाप की हथौड़े से कर दी हत्या; लखनऊ के मोहनलालगंज का मामला (Watch Video)
उन्होंने कहा, "भगदड़ के कई घंटों बाद तक रेलवे ने इससे इनकार किया और कहा कि यह 'अफवाह है'. यह मामले को छिपाने का निर्लज्ज प्रयास था, जब तक कि शव मिलने शुरू नहीं हो गए." उन्होंने आरोप लगाया, "मोदी के अंशकालिक रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव के हाथ एक बार फिर खून से रंगे हैं." उन्होंने कहा, "अगर श्री वैष्णव को जिम्मेदारी का जरा भी अहसास है, तो उन्हें इस्तीफा दे देना चाहिए. अगर प्रधानमंत्री मोदी को लोगों की जान की जरा भी चिंता है या शर्म है तो उन्हें अश्विनी वैष्णव को तुरंत बर्खास्त कर देना चाहिए." शनिवार रात नयी दिल्ली रेलवे स्टेशन पर मची भगदड़ में कम से कम 18 लोगों की मौत हो गई और एक दर्जन से अधिक लोग घायल हो गए.