देश की खबरें | भारत, चीन के बीच अगले दौर की कोर कमांडर स्तरीय वार्ता की तारीख अभी तय नहीं

नयी दिल्ली, छह जनवरी भारत और चीन ने अभी तक पूर्वी लद्दाख सीमा गतिरोध पर कोर कमांडर-स्तरीय वार्ता के अगले दौर की तारीख को अंतिम रूप नहीं दिया है। बातचीत के लिए भारत के प्रस्तावों पर चीनी सेना की तरफ से कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली है। सूत्रों ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी।

उन्होंने कहा कि भारतीय पक्ष ने 14वें दौर की सैन्य वार्ता के लिए चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी को कम से कम दो प्रस्ताव भेजे, लेकिन अब तक इसका जवाब नहीं मिला है। भारतीय प्रस्तावों में वार्ता के लिए संभावित व्यापक ढांचा और एजेंडा आइटम शामिल हैं।

अक्टूबर में कोर कमांडर स्तर की सैन्य वार्ता का 13वां दौर बेनतीजा रहा था। भारतीय सेना ने कहा था कि उसके ‘‘रचनात्मक सुझाव’’ पर चीनी पक्ष सहमत नहीं हुआ।

भारत और चीन 18 नवंबर को डिजिटल माध्यम से राजनयिक वार्ता में पूर्वी लद्दाख में गतिरोध वाले शेष स्थानों से सैनिकों की पूर्ण वापसी के लक्ष्य को हासिल करने के लिए 14वें दौर की सैन्य वार्ता को जल्द से जल्द आयोजित करने पर सहमत हुए। सूत्रों ने कहा कि कोर कमांडर-स्तरीय वार्ता के 14वें दौर के आयोजन पर चीनी पक्ष की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है जबकि नवंबर में राजनयिक बातचीत में इसे जल्द से जल्द करने पर सहमति बनी थी।

घटनाक्रम से अवगत एक सूत्र ने कहा कि चीनी पक्ष गतिरोध को हल करने में जानबूझकर देरी करने की रणनीति अपना रहा है। भारत पूर्वी लद्दाख में गतिरोध वाले सभी स्थानों पर तनाव घटाने और सैनिकों की वापसी पर जोर दे रहा है।

भारत और चीन की सेनाओं के बीच पांच मई 2020 को पूर्वी लद्दाख क्षेत्र में गतिरोध शुरू हुआ। पैंगोंग झील वाले इलाके में हिंसक टकराव के बाद दोनों देशों की सेनाओं ने हजारों सैनिकों और भारी हथियारों की तैनाती कर दी। लगातार कई दौर की सैन्य और राजननयिक स्तर की वार्ता के बाद दोनों पक्षों ने पिछले साल पैंगोंग झील के उत्तरी और दक्षिणी किनारे तथा गोगरा क्षेत्र से सैनिकों को पीछे हटाने की प्रक्रिया पूरी की।

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