दावोस, 20 जनवरी पाकिस्तान के विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो जरदारी ने शुक्रवार को कहा कि मौजूदा अंतरराष्ट्रीय व्यवस्था पश्चिम के हितों को ध्यान में रखकर बनाई गई थी और दुनिया को एक नई व्यवस्था की जरूरत है जहां 'ग्लोबल साउथ' की आवाज सुनी जा सके।
यहां विश्व आर्थिक मंच (डब्ल्यूईएफ) की वार्षिक बैठक के दौरान एक सत्र को संबोधित करते हुए उन्होंने यूक्रेन में मौजूदा संकट के समाधान के लिए शांति वार्ता का भी समर्थन किया।
बिलावल भुट्टो ने कहा, ‘‘दुर्भाग्य से, भू-राजनीति इन दिनों घरेलू राजनीति को दर्शा रही है। एक अति-ध्रुवीकरण हो रहा है। इसी तरह अंतरराष्ट्रीय व्यवस्था और संस्थागत ढांचे जो दुनिया को एक साथ रखते थे, वे भी अति-ध्रुवीकरण और अति-पक्षपात के चलते कमजोर हो रहे हैं।’’
उन्होंने कहा कि विवाद समाधान के लिए पुरानी अंतरराष्ट्रीय व्यवस्था निश्चित रूप से विफल रही है और मुद्दों के समाधान के लिए एक नई और बेहतर नियम-आधारित अंतरराष्ट्रीय व्यवस्था की जरूरत है।
पाकिस्तानी विदेश मंत्री ने कहा कि नयी व्यवस्था बनाने के लिए ग्लोबल साउथ की आवाज भी सुनी जानी चाहिए ताकि इसका उद्देश्य सफल हो सके।
उन्होंने कहा कि संपूर्ण अंतर्राष्ट्रीय व्यवस्था का खाका पश्चिमी दुनिया के हित के अनुरूप है और यह इसलिए है क्योंकि यह औपनिवेशिक दौर में बनाया गया। उन्होंने कहा कि हमें ग्लोबल साउथ, अफ्रीका और एशिया को ध्यान में रखना होगा
गौरतलब है कि ग्लोबल साउथ में अधिकांशतः एशिया, अफ्रीका और दक्षिण अमेरिका के देश शामिल हैं।
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