विदेश की खबरें | म्यांमा की अपदस्थ नेता सू की के भाई ने परिवार की सम्पत्ति में हिस्सा मांगा

उनके वकील ने कहा कि राजधानी नैपीटाव की अदालत ने पिछले अक्टूबर में सू की के भाई, आंग सान ऊ की एक विशेष अपील पर सुनवाई के लिए सहमति व्यक्त की थी कि देश के सबसे बड़े शहर यांगून में विरासत में मिली पारिवारिक संपत्ति कैसे विभाजित की जाए।

वकील ऐ ल्विन ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट की एक विशेष पीठ तीन महीने के भीतर फैसला कर सकती है और यह अंतिम होगा।

आंग सान ऊ ने पहली बार 2000 में दो मंजिला औपनिवेशिक शैली की इमारत के साथ इनये झील पर दो एकड़ (0.8-हेक्टेयर) क्षेत्रफल वाली पारिवारिक संपत्ति के हिस्से के लिए मुकदमा दायर किया। यह सू की की मां खिन की को उनके पति, आजादी के नायक जनरल आंग सान की जुलाई 1947 में हत्या के बाद सरकार द्वारा दिया गया था।

सैन्य शासन के खिलाफ जन विद्रोह की विफलता के तुरंत बाद दिसंबर 1988 में खिन की की मृत्यु हो गई, जिसके बाद सू की ने नेतृत्व की जिम्मेदारी ली।

अपनी नजरबंदी के दौरान सू की अधिकांश समय के लिए यांगून के घर में सिर्फ एक हाउसकीपर के साथ अकेली थी और एक समय पर उन्हें भोजन का खर्च उठाने के लिए अपना कुछ फर्नीचर बेचना पड़ा था।

बाद में जब सू की को थोड़ी छूट दी गयी तो उस दौरान वह सामने के गेट से बाहर गली में जमा समर्थकों की भीड़ को सम्बोधित किया करती थी।

बाद के वर्षों में उन्होंने तत्कालीन अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा, विदेश मंत्री हिलेरी क्लिंटन और संयुक्त राष्ट्र महासचिव बान की मून जैसी हस्तियों की मेजबानी की थी।

आंग सान ऊ के वकील, ऐ ल्विन ने कहा कि विवाद की जड़ यह है कि विरासत में मिली संपत्ति को कैसे बांटा जाए, जिसकी कीमत 90 मिलियन डॉलर बताई गई। हालांकि इस राशि की तत्काल पुष्टि नहीं की जा सकी है।

सू की के वकीलों से टिप्पणी के लिए संपर्क नहीं किया जा सका है।

पेशे से इंजीनियर आंग सान ऊ कई दशकों तक अमेरिका में रहे थे, जब उन्होंने पहली बार 2000 में अपनी बहन के खिलाफ मुकदमा दायर किया था।

संपत्ति के समान विभाजन की मांग करने वाला मामला जनवरी 2001 में प्रक्रियात्मक आधार पर खारिज कर दिया गया था, लेकिन आंग सान ऊ अपने दावों को मजबूत करने के लिए दो दशकों से बार-बार अदालत का रुख किया।

इस बात की व्यापक अटकलें थीं कि सू की को लगातार परेशान करने वाली सेना ने इन मुकदमों को बढ़ावा दिया है।

उनके वकील ऐ ल्विन ने ‘द एसोसिएटेड प्रेस’ को बताया कि दोनों पक्षों के वकीलों ने सोमवार को अदालत में अंतिम दलीलें पेश कीं, लेकिन उन्होंने इसका ब्योरा देने से इनकार कर दिया।

उन्होंने कहा, ‘‘विशेष अपील सिर्फ इस बारे में है कि विरासत में मिली संपत्ति को कैसे विभाजित किया जाए।’’

एपी

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