मुंबई, नौ जनवरी कथित तौर पर पोंजी योजना चलाने के लिये जांच का सामना कर रहे टॉरेस आभूषण ब्रांड के प्रवर्तकों ने निवेशकों को आकर्षित करने के लिए कार, फ्लैट और उपहार कार्ड आदि देने का वादा किया था। मुंबई पुलिस के एक अधिकारी ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी।
सैकड़ों निवेशकों ने आरोप लगाया है कि उनके साथ धोखाधड़ी की गई है और इन आरोपों की जांच मुंबई पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्ल्यू) द्वारा की जा रही है।
अधिकारी ने बताया कि ईओडब्ल्यू टीम ने जांच के तहत दिन में दादर पश्चिम स्थित ब्रांड के शोरूम का दौरा किया।
उन्होंने कहा कि जांच में पाया गया है कि प्रवर्तकों ने पोंजी और मल्टी लेवल मार्केटिंग (एमएलएम) योजनाओं का मिश्रण बनाया था और निवेश पर प्रति सप्ताह तीन से सात प्रतिशत का मुनाफा देने का वादा किया था। उन्होंने उन लोगों को आकर्षक मुनाफा देने का वादा किया था जो योजनाओं का प्रसार करेंगे और अधिक निवेशक लाएंगे। प्रवर्तकों ने उनके लिए उपहार कार्ड, प्रमाण पत्र, उपहार और कार जैसे तोह्फे निर्धारित कर रखे थे।
अधिकारी ने बताया कि ये वस्तुएं दादर स्थित टॉरेस ज्वैलरी ब्रांड के शोरूम में प्रदर्शन के लिए रखी गई थीं। अधिकारी ने कहा कि उन्होंने ये सामान भी बरामद कर लिया है। भारी मात्रा में नकदी भी मिली है और उसकी गिनती की जा रही है।
जांच का नेतृत्व कर रहे पुलिस उपायुक्त संग्रामसिंह निशानदार ने कहा कि ईओडब्ल्यू निवेशकों के हितों की रक्षा के लिए हर संभव प्रयास करेगा।
उन्होंने बताया, ‘‘हमने शिवाजी पार्क पुलिस थाने में एक विशेष प्रकोष्ठ खोला है, ताकि दादर शोरूम में पैसा लगाने वाले लोग एक फॉर्म भरकर इन योजनाओं में लगाए गए अपने पैसे तथा अब तक प्राप्त लाभ का विवरण दे सकें। शुरुआत में 66 निवेशकों ने शिकायत दर्ज कराई थी और यह राशि 13.48 करोड़ रुपये थी। यह आंकड़ा बढ़कर 18.5 करोड़ रुपये हो गया है और आने वाले दिनों में इसमें और बढ़ोतरी होने की उम्मीद है।’’
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