हैदराबाद, 23 मार्च : तेलंगाना की राज्यपाल तमिलिसाई सुंदरराजन ने बृहस्पतिवार को राज्य लोक सेवा आयोग (TSPSC) प्रश्नपत्र लीक मामले में ताजा घटनाक्रम जानने की कोशिश की. वहीं, सत्तारूढ़ भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) और विपक्षी दल कांग्रेस एवं भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के बीच इस मुद्दे पर जुबानी जंग शुरू हो गई है. राजभवन ने बृहस्पतिवार रात एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा कि राजभवन ने मुख्य सचिव, पुलिस महानिदेशक और टीएसपीएससी सचिव को पत्र लिखकर तेलंगाना राज्य लोक सेवा आयोग की परीक्षा के प्रश्नपत्र लीक मामले की नवीनतम स्थिति पर 48 घंटे के भीतर रिपोर्ट मांगी है. बीआरएस नेता और आई-टी मंत्री के. टी. रामाराव के कार्यालय द्वारा जारी एक विज्ञप्ति में कहा गया है कि वह राज्य के भाजपा प्रमुख बंदी संजय कुमार और तेलंगाना प्रदेश कांग्रेस कमेटी (टीपीसीसी) के अध्यक्ष ए रेवंत रेड्डी को इस मुद्दे पर उनके खिलाफ ‘‘झूठे और बेबुनियाद आरोप’’ लगाने के लिए कानूनी नोटिस जारी करेंगे.
इस सिलसिले में अपने आरोपों पर सबूत देने के लिए तलब किए जाने के बाद बृहस्पतिवार को रेवंत रेड्डी एसआईटी के सामने पेश हुए. एसआईटी के समक्ष पेश होने के बाद उन्होंने संवाददाताओं से कहा कि उन्हें और प्रदेश भाजपा अध्यक्ष बंदी संजय कुमार को नोटिस जारी कर एसआईटी अधिकारियों ने दोनों को डराने की कोशिश की. इससे पहले, रेड्डी के यहां एसआईटी कार्यालय में पेश होने पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने उन्हें जारी नोटिस का विरोध किया. तेलंगाना राज्य लोक सेवा आयोग (टीएसपीएससी) द्वारा आयोजित एक भर्ती परीक्षा के प्रश्नपत्र लीक मामले में कथित भूमिका के लिए विशेष जांच दल (एसआईटी) ने महिला सहित तीन और लोगों को गिरफ्तार किया है. यह भी पढ़ें : Karnataka Election: पीएम मोदी 25 मार्च को चुनावी राज्य कर्नाटक का दौरा करेंगे
पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार किए गए लोगों में दो टीएसपीएससी के कर्मचारी हैं, जबकि तीसरा व्यक्ति संविदा पर काम करने वाला पूर्व कर्मचारी है.
उन्होंने बताया कि इन गिरफ्तारियों के बाद कथित तौर पर प्रश्नपत्र लीक करने के आरोप में गिरफ्तार लोगों की कुल संख्या बढ़कर 12 हो गई है. पुलिस ने बताया कि आज गिरफ्तार किए गए तीन लोगों ने “ग्रुप-1” प्रारंभिक परीक्षा (पिछले साल अक्टूबर में आयोजित) उत्तीर्ण कर ली थी और पहले गिरफ्तार किए गए दो आरोपियों की मदद से 100 से अधिक अंक हासिल किए थे. उन्होंने बताया, “ये तीनों “ग्रुप-1” की प्रारंभिक परीक्षा के प्रश्नपत्र के लीक होने में शामिल थे.” टीएसपीएससी ने प्रश्नपत्र लीक होने के आरोपों के बाद पांच मार्च को आयोजित सहायक अभियंता (एई) परीक्षा को 15 मार्च को रद्द कर दिया था.