लखनऊ,पांच सितंबर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को शिक्षक दिवस के अवसर पर कहा कि यदि हमारे शिक्षक नहीं होते, तो हम आगे नहीं बढ़ पाते और आज यहां तक नहीं पहुंच पाते।
योगी ने राज्य शिक्षक पुरस्कार के लिए चयनित 94 शिक्षकों को सम्मानित करते हुए कहा कि हमारे शिक्षक हमारे व्यक्तित्व के निर्माण में योगदान देने के साथ-साथ हमें चुनौतियों से लड़ने के लिए प्रेरित करते आए हैं। इस अवसर पर उन्होंने 2.09 लाख टैबलेट वितरण कार्यक्रम की भी शुरुआत की।
मुख्यमंत्री ने शिक्षकों से कहा, ''वर्तमान पीढ़ी को काबिल बनाने के लिए जितनी मेहनत हो सकती है, करें। सुबह की प्रार्थना को पाठ्यक्रम का हिस्सा बनाएं। आप नये सिरे से पीढ़ियों को बनाने का कार्य कर रहे हैं। जो पीढ़ियां बनेंगी, वो जीवनभर आपको याद करेंगी।''
उन्होंने कहा, ''यदि हमारे शिक्षक नहीं होते, तो हम आगे नहीं बढ़ पाते और आज यहां तक नहीं पहुंच पाते। हमारे शिक्षक हमारे व्यक्तित्व के निर्माण में योगदान देने के साथ-साथ हमें चुनौतियों से लड़ने के लिए प्रेरित करते आए हैं।''
योगी ने कहा, ''हमारे शिक्षक सुविधाभोगी नहीं थे। वे अल्प संसाधनों में, कम वेतन में कार्य करते थे। उन्होंने उस समय जो मेहनत की, उससे आज की होनहार पीढ़ियां तैयार हुईं। यही कार्य आप भी कर सकते हैं। आप भी अपने छात्रों के लिए वंदनीय बन सकते हैं।''
उन्होंने कहा, ''एक शिक्षक की भूमिका के बारे में डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन का स्पष्ट कहना था कि वह राष्ट्र निर्माता है। प्राचीन काल से ही भारत ने अपने शिक्षकों के इस स्वरूप को मान्यता दी है। सम्मान के साथ उन्हें श्रद्धापूर्वक समाज में विशिष्ट स्थान देने का कार्य किया है।''
मुख्यमंत्री ने प्रदेश के उन 94 शिक्षकों को सम्मानित किए जाने पर खुशी जताई, जिन्होंने अपने क्षेत्र में कुछ ऐसा कार्य किया है, जो दूसरों के लिए प्रेरणा बना है। इस अवसर पर योगी ने बेसिक शिक्षा और माध्यमिक शिक्षा के छह-छह शिक्षकों को प्रशस्ति पत्र, स्मृति चिन्ह और शॉल देकर सम्मानित किया। 25,000 रुपये की सम्मान राशि इन शिक्षकों के खाते में पहले ही भेजी जा चुकी है।
मुख्यमंत्री ने शिक्षकों से कहा, ''समाज और राष्ट्र के निर्माता के रूप में अपनी भूमिका को आगे बढ़ाने और वर्तमान पीढ़ी को प्रेरित करने की एक बड़ी जिम्मेदारी आपको दी गई है। अगर आप समय के अनुरूप नहीं चलेंगे, तो फिर समय आपको पीछे धकेल देगा। आप अग्रिम पंक्ति में खड़े होकर समाज को दिशा दें। दूरदर्शिता के साथ आगे बढ़ें और होनहार पीढ़ियां तैयार करें।''
कार्यक्रम में बेसिक शिक्षा मंत्री संदीप सिंह, माध्यमिक शिक्षा मंत्री गुलाब देवी, मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र और अपर मुख्य सचिव बेसिक एवं माध्यमिक दीपक कुमार तथा अन्य अधिकारी व शिक्षक भी मौजूद थे।
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