रॉयल एयर फोर्स के चार लड़ाकू विमानों ने ईरान समर्थित विद्रोहियों के ठिकानों पर पिछले हफ्ते अमेरिका नीत हमले में भाग लिया था।
हूती विद्रोही लाल सागर में वाणिज्यिक जहाजों पर हमले करते रहे हैं।
अमेरिका ने कहा है कि शुक्रवार को किये गये हमले में हूती शस्त्रागार, रडार सुविधाओं और कमान केंद्रों को निशाना बनाया गया।
हूती ने कहा है कि उसने गाजा में युद्ध की प्रतिक्रिया में इजराइल से संबंधित जहाजों को निशाना बनाया। हालांकि उसने इजराइल से स्पष्ट संबंध नहीं रखने वाले पोतों पर अक्सर हमले किये हैं और वैश्विक व्यापार के एक प्रमुख मार्ग में नौवहन को बाधित किया है।
अमेरिकी सेना ने हूती रडार स्थल पर शनिवार को फिर हमला किया।
ब्रिटेन के रक्षा मंत्री ग्रांट शैप्स ने सोमवार को कहा कि शुक्रवार के हमले किसी अभियान का हिस्सा होने के बजाय एकल कार्रवाई थी। लेकिन उन्होंने आगे के सैन्य अभियानों में ब्रिटेन की भागीदारी से इनकार नहीं किया।
उन्होंने कहा, ‘‘हम अब बहुत सावधानी से निगरानी करेंगे कि हूती आगे क्या करते हैं, वे कैसी प्रतिक्रिया करते हैं...।’’
ब्रिटेन के मुख्य विपक्षी दल लेबर पार्टी के नेता केर स्टार्मर ने कहा कि वह पिछले हफ्ते के हमले का समर्थन करते हैं लेकिन भविष्य में सरकार से और अधिक खुलेपन की उम्मीद करते हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘यदि सरकार का इरादा और भी कार्रवाई का है तो उसे बताना चाहिए... और हम मामला-दर-मामला तथा गुण-दोष के आधार पर विचार करेंगे।’’
विपक्षी दल लिबरल डेमोक्रेट्स के रक्षा मामलों के प्रवक्ता रिचर्ड फूर्ड ने कहा, ‘‘ऋषि सुनक द्वारा निर्वाचित प्रतिनिधियों की अनदेखी अपमानजनक है।’’
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