जरुरी जानकारी | भारत में अक्टूबर-दिसंबर में चीनी उत्पादन 16 प्रतिशत घटकर 95.40 लाख टन : इस्मा

नयी दिल्ली, दो जनवरी अक्टूबर में शुरू हुए चालू विपणन वर्ष की पहली तिमाही में चीनी उत्पादन 16 प्रतिशत घटकर 95.40 लाख टन रह गया, जिसका मुख्य कारण महाराष्ट्र के उत्पादन में गिरावट आना है। बृहस्पतिवार को जारी उद्योग निकाय इस्मा के आंकड़ों में यह जानकारी दी गई है।

एक साल पहले की इसी अवधि में चीनी मिलों ने 113.01 लाख टन चीनी का उत्पादन किया था। उत्पादन के आंकड़ों में एथनॉल बनाने के लिए चीनी के हस्तांतरण को शामिल नहीं किया गया है।

भारतीय चीनी और जैव-ऊर्जा निर्माता संघ (इस्मा) के अनुसार, उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र और कर्नाटक में पेराई दर पिछले साल से बेहतर थी।

हालांकि, बारिश के कारण गन्ने की आपूर्ति में अस्थायी व्यवधान के कारण दिसंबर, 2024 के अंतिम सप्ताह के दौरान उत्तर प्रदेश में पेराई की दर प्रभावित हुई।

पहली तिमाही के दौरान 493 मिलें चालू थीं, जबकि एक वर्ष पूर्व यह संख्या 512 थी।

देश के सबसे बड़े उत्पादक राज्य उत्तर प्रदेश में चीनी का उत्पादन चालू विपणन वर्ष 2024-25 (अक्टूबर-सितंबर) की पहली तिमाही के दौरान घटकर 32.80 लाख टन रह गया, जो एक साल पहले इसी अवधि में 34.35 लाख टन था।

देश के दूसरे सबसे बड़े उत्पादक राज्य महाराष्ट्र में उत्पादन एक साल पहले के 38.20 लाख टन से घटकर 30 लाख टन रह गया, जबकि कर्नाटक में उत्पादन 24.91 लाख टन से घटकर 20.40 लाख टन रह गया।

इस्मा जनवरी के अंत तक चीनी उत्पादन का अपना दूसरा अग्रिम अनुमान जारी करेगा।

उद्योग निकाय ने विपणन वर्ष 2024-25 में घरेलू चीनी खपत घटकर 280 लाख टन रहने का अनुमान लगाया है।

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