विदेश की खबरें | सूडान में तख्तापलट की कोशिश नाकाम: सूडानी अधिकारी

उमर अल-बशीर के तीन दशक के शासन के खिलाफ लोगों के विद्रोह के बीच निरंकुश राष्ट्रपति को सेना द्वारा सत्ता से हटाए जाने के दो साल से अधिक समय बाद हुई इस घटना ने सूडान के लोकतंत्र के मार्ग की कमजोरी को रेखांकित किया है।

सूडान के सरकारी टेलीविजन चैनल ने तख्तापलट के प्रयास को ‘‘रोकने’’ का जनता से आह्वान किया, लेकिन इस संबंध में अधिक विवरण नहीं दिया।

सत्तारूढ़ सैन्य-नागरिक परिषद के सदस्य मोहम्मद अल-फिकी सुलेमान ने फेसबुक पर लिखा, ‘‘सब नियंत्रण में है।’’

एक सैन्य अधिकारी ने बताया कि बख्तरबंद कोर के सैनिकों ने यह कोशिश की। उन्होंने कई सरकारी संस्थानों पर कब्जा करने की कोशिश की, लेकिन उन्हें रोक दिया गया। उन्होंने बताया कि उनका लक्ष्य सैन्य मुख्यालय और राज्य टेलीविजन पर कब्जा करना था।

एक अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि उच्च पदस्थ अधिकारियों सहित तीन दर्जन से अधिक सैनिकों को गिरफ्तार किया गया है। उन्होंने अधिक जानकारी नहीं दी और कहा कि इस संबंध में जल्द ही एक सैन्य बयान जारी किया जाएगा।

सरकारी ‘सूना’ संवाद समिति ने सेना के प्रमुख के मीडिया सलाहकार ब्रिगेडियर अल-ताहिर अबू हाजा के हवाले से बताया कि सशस्त्र बलों ने ‘‘तख्तापलट की कोशिश को विफल कर दिया और सब पूरी तरह से नियंत्रण में है।’’

संवाद समिति ने बताया कि इस कोशिश में शामिल सभी सैनिकों को हिरासत में ले लिया गया है और जांच शुरू कर दी गई है। उसने इस बारे में विस्तार से जानकारी नहीं दी।

चार महीने तक विरोध प्रदर्शनों के बाद अप्रैल 2019 में अल-बशीर को सैन्य तख्तापलट में हटाए जाने के बाद से सूडान लोकतांत्रिक शासन के लिए एक नाजुक रास्ते पर चल रहा है। देश का संचालन अब एक संयुक्त असैन्य एवं सैन्य सरकार कर रही है।

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