जयपुर, छह जनवरी राजस्थान के राज्यपाल कलराज मिश्र ने शहरों में घटित होने वाले नए प्रकार के अपराधों को रोकने के लिए पुलिसिंग से जुड़ी प्रौद्योगिकी विकसित कर पुलिस बलों के सुदृढ़ीकरण पर बल दिया। उन्होंने कहा कि जांच और अभियोजन की कार्रवाई समयबद्ध ढंग से पूरी करने के लिए पुलिस एजेंसियों को मिलकर प्रभावी रूप में कार्य करना चाहिए।
राज्यपाल ने कहा कि कि जांच के वैज्ञानिक तरीकों का समुचित उपयोग कर पुलिस को अपने तंत्र को इतना मजबूत करना चाहिए कि अपराधी को समय पर सजा मिल जाए और निरपराध को कोई फंसा न सके।
वह शुक्रवार को यहां केन्द्रीय गुप्तचर प्रशिक्षण संस्थान में केन्द्रीय गृह मंत्रालय के पुलिस अनुसंधान एवं विकास ब्यूरो (बीपीआरएंडडी) द्वारा आयोजित जांच एजेंसियों के प्रमुखों के राष्ट्रीय सम्मेलन में संबोधित कर रहे थे।
राज्यपाल ने कहा कि किसी भी राष्ट्र की कानून व्यवस्था की रीढ़ वहां की पुलिस होती है। उन्होंने कानून के पालन में पुलिस की महत्वपूर्ण भूमिका को रेखांकित करते हुए कहा कि पुलिस बल देश की आंतरिक सुरक्षा की निगरानी ही नहीं करते, बल्कि नागरिकों की सुरक्षा के भी प्रहरी होते हैं।
आधिकारिक बयान के अनुसार, सम्मेलन के समापन समारोह में शामिल हुए मिश्र ने कहा कि वैश्वीकरण एवं सूचना और संचार प्रौद्योगिकी के इस दौर में आपराधिक मामलों की जटिलताएं कई गुना बढ़ गई हैं। उन्होंने कहा कि पुलिस द्वारा जांच और अभियोजन की कार्यवाही में तेजी लाने के लिए अपराध विवेचन में वैज्ञानिक विधियों और साधनों का त्वरित एवं दक्षतापूर्ण उपयोग किया जाना चाहिए।
पुलिस अनुसंधान एवं विकास ब्यूरो के महानिदेशक बालाजी श्रीवास्तव ने जांच एवं अनुसंधान में उत्तम कार्यप्रणाली और मानक प्रोत्साहन के महत्व के बारे में जानकारी दी।
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