जरुरी जानकारी | इस्पात मंत्री ने मंगोलियाई संसदीय प्रतिनिधिमंडल से कोकिंग कोल के आयात तरीकों पर चर्चा की

नयी दिल्ली, दो दिसंबर केंद्रीय इस्पात मंत्री राम चंद्र प्रसाद सिंह ने मंगोलियाई संसदीय दल के एक प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात की और मंगोलिया से अच्छी गुणवत्ता वाले कोकिंग कोयले के आयात की संभावना पर चर्चा की।

इस्पात मंत्रालय ने बृहस्पतिवार को एक बयान में कहा कि मंगोलियाई संसदीय प्रतिनिधिमंडल भारत की संसद के निमंत्रण पर 30 नवंबर, 2021 से भारत की सात दिवसीय यात्रा पर है।

इस्पात मंत्री राम चंद्र प्रसाद सिंह ने बुधवार को यहां मंगोलिया के ग्रेट खुराल (मंगोलिया की संसद) के अध्यक्ष गोम्बोजव जंडनशतर के नेतृत्व में मंगोलियाई संसदीय प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात की।

बयान में कहा गया कि प्रतिनिधिमंडल और इस्पात मंत्री ने मंगोलिया से अच्छी गुणवत्ता वाले कोकिंग कोयले के आयात की संभावना पर चर्चा की।

मंत्रालय ने कहा, "दोनों पक्षों ने मंगोलिया को प्रतिस्पर्धी मूल्य पर गुणवत्ता वाले कोकिंग कोयले के एक विश्वसनीय स्रोत के रूप में विकसित करने की इच्छा व्यक्त की।"

लौह अयस्क और कोकिंग कोल दो प्रमुख कच्चे माल का उपयोग ब्लास्ट भट्टी मार्ग से इस्पात बनाने के लिए किया जाता है। लौह अयस्क भारत में हालांकि उपलब्ध है जबकि कोकिंग कोयले के लिए घरलू उद्योग को आयात पर निर्भर रहना पड़ता है।

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