श्रीनगर, 23 अप्रैल इस कोरोना वायरस महामारी के दौरान श्रीनगर प्रशासन ने अगले चार महीने में बच्चे को जन्म देने वाली 6,300 से अधिक गर्भवती महिलाओं से संपर्क कर उन्हें सहायता पैकेज देने की पेशकश की है। इस सहायता पैकेज में नियमित जांच और एंबुलेंस की सुविधा शामिल है।
अधिकारियों ने बताया कि लॉकडाउन के दौरान एक टीम ने श्रीनगर शहर और बाहरी इलाकों में घर-घर जाकर उन महिलाओं की पहचान की जिन्हें इन मुश्किल दिनों में सहायता की आवश्यकता थी उसके बाद यह योजना बनाई गई।
जम्मू-कश्मीर में कोरोना वायरस संक्रमण के 400 से अधिक मामले सामने आए हैं जिनमें से पांच लोगों की मौत हो चुकी है। महामारी बढ़ने के भय से कश्मीर घाटी में अधिकांश लोग पृथकवास में हैं।
अधिकारियों ने कहा कि इस मुश्किल समय में गर्भवती महिलाओं को मदद और आश्वासन दोनों की आवश्यकता होती है।इसलिए श्रीनगर के उपायुक्त शाहिद इकबाल चौधरी ने कुछ अधिकारियों के साथ मिलकर गर्भवती महिलाओं की विशेष देखभाल की योजना तैयार की।
इसमें शुरु से अंत तक सहायता, नियमित चिकित्सा जांच, एम्बुलेंस सेवाएं, अस्पतालों की सूची बनाने के साथ-साथ परामर्श और टीकाकरण की सुविधा के लिए एक समर्पित 24x7 हेल्पलाइन शामिल है।
अधिकारियों ने कहा कि महिला की प्रसव से पहले और प्रसव के बाद की स्थिति पर इंटरनेट आधारित एप से नजर रखी जाएगी, जिसमें डिलीवरी की अपेक्षित तारीख, प्रशासनिक सहायता, अस्पताल से मिली सहायता और टीकाकरण कार्यक्रम जैसे विवरण भी होंगे।
बच्चे के जन्म के बाद प्रशासन मां को एक 'बेबी किट' देगा जिसमें पोषण पूरक, लोशन, साबुन और सैनिटाइज़र शामिल हैं।
उन्होंने कहा कि यह किट मां और बच्चे के तीन महीने तक प्रयोग के लिए पर्याप्त होगी।
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