लखनऊ, 21 सितंबर समाजवादी पार्टी (सपा) ने सोमवार को संसद से पारित कृषि विधेयकों, उत्तरप्रदेश में कथित रूप से खराब होती कानून व्यवस्था, बेरोजगारी और स्वास्थ्य क्षेत्र में कथित अनियमितता एवं भ्रष्टाचार के खिलाफ तहसील स्तर पर प्रदर्शन किया।
सपा प्रवक्ता ने बताया, ‘‘पार्टी कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन के दौरान सामाजिक दूरी का अनुपालन करते हुए राज्य के सभी जिलों में प्रदर्शन किया और राज्यपाल को संबोधित ज्ञापन जिला प्रशासन के जरिये दिया।’’
पार्टी की ओर से जारी बयान में कहा गया कि तहसील स्तर पर प्रदर्शन राज्य में खराब होती कानून व्यवस्था, बेरोजगारी, स्वास्थ्य क्षेत्र में अनियमितता एवं भ्रष्टाचार को रेखांकित करने के साथ-साथ केंद्र द्वारा पारित कराए गए कृषि विधेयकों के खिलाफ था।
पार्टी के विधान पार्षद आनंद भदौरिया ने कहा, ‘‘ भाजपा सरकार की ‘जन-विरोधी’ और ‘दमनकारी नीतियों’ को अब जनता बर्दाश्त नहीं करेगी और वह इस सरकार को उखाड़ फेंकने के लिए अगले चुनाव का इंतजार कर रही है।’’
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इस बीच, गोरखपुर में सपा कार्यकर्ताओं ने संयुक्त मजिस्ट्रेट को ज्ञापन सौंपा।
जिला पार्टी अध्यक्ष नगीना प्रसाद साहनी ने कहा, ‘‘एक ओर कोरेाना वायरस की महमारी तेजी से फैल रही है जबकि लोग सरकार की नीतियों की वजह से दयनीय हालत में रह रहे हैं। बेरोजगारी, निजीकरण, भ्रष्टाचार और कानून व्यवस्था की खराब होती स्थिति से लोगों का जीना मुश्किल हो गया है। किसान भी कठिन समय का सामना कर रहे हैं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘जब युवा इन मुद्दों का उठाते हैं तो वे लाठी चार्ज का सामना करते हैं और मुख्यमंत्री रोजगार का फर्जी आंकड़ा पेश करते हैं। इस कोरोना वायरस की महमारी में जब स्कूल और कॉलेज बंद हैं, विद्यार्थी समाजवादी पार्टी सरकार के समय वितरित किए गए लौपटॉप के जरिये पढ़ाई कर पा रहे हैं।’’
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