इससे पहले दिन में, राष्ट्रपति येओल ने इस सप्ताह की शुरूआत में देश में ‘मार्शल लॉ’ लागू करने के अपने प्रयास के कारण लोगों में पैदा हुई चिंता के लिए माफी मांगी।
येओल ने शनिवार सुबह टेलीविजन पर प्रसारित एक संक्षिप्त संबोधन में कहा कि वह ‘मार्शल लॉ’ लगाने की कोशिश के लिए कानूनी या राजनीतिक जिम्मेदारी से पीछे नहीं हटेंगे और उन्होंने इसे लागू करने का कोई और प्रयास न करने का वादा किया।
उन्होंने कहा कि वह देश में राजनीतिक उथल-पुथल से निपटने का काम अपनी राजनीतिक पार्टी के जिम्मे छोड़ेंगे, जिसमें ‘‘मेरे कार्यकाल से संबंधित मामले भी शामिल हैं।’’
येओल ने कहा, ‘‘मेरी हताशा के कारण इस मार्शल लॉ की घोषणा की गई थी। लेकिन इसके कार्यान्वयन के दौरान, इसने जनता को चिंता में डाल दिया। मुझे इस पर बहुत दुख है और मैं उन लोगों से दिल से माफी मांगता हूं, जिन्हें इस कदम से झटका लगा।’’
अभी यह स्पष्ट नहीं है कि विपक्षी सांसदों द्वारा पेश प्रस्ताव को राष्ट्रपति के खिलाफ महाभियोग चलाने के लिए आवश्यक दो-तिहाई बहुमत मिलेगा या नहीं। यून पर महाभियोग चलाने के लिए नेशनल असेंबली के 300 सदस्यों में से 200 का समर्थन चाहिए होगा। महाभियोग प्रस्ताव लाने वाले विपक्षी दलों के पास संयुक्त रूप से कुल 192 सीट हैं। ऐसे में महाभियोग के लिए विपक्ष को येओल की पार्टी के आठ सांसदों का समर्थन चाहिए होगा।
राष्ट्रपति येओल ने मंगलवार को देश में ‘आपात मार्शल लॉ’ लगाने की घोषणा की थी तथा विपक्ष पर संसद पर हावी होने, उत्तर कोरिया के साथ सहानुभूति रखने और देश विरोधी गतिविधियों के साथ सरकार को अस्थिर करने का आरोप लगाया था।
इसके कुछ घंटों बाद, संसद ने घोषणा को ‘‘निष्प्रभावी’’ करने के लिए मतदान किया था, जिसमें नेशनल असेंबली के अध्यक्ष वू वोन शिक ने घोषणा की थी कि सांसद ‘‘लोगों के साथ मिलकर लोकतंत्र की रक्षा करेंगे।’’
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