इस बीच, वाणिज्यिक सेटेलाइट तस्वीरों से यह भी पता चला है कि उत्तर कोरिया ने अपनी राजधानी प्योंगयांग में दक्षिण कोरिया के साथ सुलह का प्रतीक ‘विशाल तोरण’ गिरा दिया है।
उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन ने पिछले हफ्ते इस स्मारक को ‘आंख की कांटा’ करार दिया था और उसे गिराने का आह्वान किया था। उन्होंने घोषणा की थी कि उत्तर कोरिया, दक्षिण कोरिया के साथ शांतिपूर्ण एकीकरण के पुराने लक्ष्य का परित्याग कर रहा है।
उन्होंने दक्षिण कोरिया को सबसे बड़ा शत्रु घोषित करने के लिए संविधान के पुनर्लेखन का आदेश दिया था।
मिसाइल का दागा जाना उत्तर कोरिया का इस साल का दूसरा ज्ञात (मिसाइल) लांच है। उससे पहले उसने 14 जनवरी को ठोस ईंधन वाली देश की पहली मध्यवर्ती बैलेस्टिक मिसाइल का परीक्षण किया था। यह जापान और गुआम में अमेरिकी सैन्य अड्डों को लक्षित कर हथियारों के जखीरे में वृद्धि के उसके प्रयास को प्रदर्शित करता है।
दक्षिण कोरिया के ‘ज्वाइंट चीफ ऑफ स्टाफ’ ने बुधवार को कहा कि अमेरिका और दक्षिण कोरिया की सेनाएं इन नवीनतम मिसाइल परीक्षणों का विश्लेषण कर रही हैं। दक्षिण कोरिया ने तत्काल यह नहीं बताया कि कितनी मिसाइल दागी गयीं। उसने अन्य कोई ब्योरा भी नहीं दिया।
‘ज्वाइंट चीफ ऑफ स्टाफ’ ने एक बयान में कहा, ‘‘हमारी सेना ने निगरानी एवं सतर्कता बढ़ा दी है तथा अमेरिका के साथ काफी तालमेल बनाकर चल रही है। वह (सेना) उत्तर कोरिया से आने वाले संकेतों एवं उसकी गतिविधियों पर नजर बनाई हुई है।’’
हाल के महीनों में कोरियाई प्रायद्वीप में तनाव बढ़ गया है, क्योंकि किम तेजी से हथियार विकसित करने में लगे हैं और उन्होंने अमेरिका एवं उसके एशियाई सहयोगियों के साथ परमाणु संघर्ष की भड़काऊ धमकी दी है।
एपी
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