IND vs SA 1st Test: साउथ अफ्रीका के कोच कोनराड ने भारतीय बल्लेबाजों को रोकने के लिए बनाया खास प्लान, यहां पढ़ें पूरी खबर
प्रथम श्रेणी के पूर्व खिलाड़ी कोनराड के पास अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट का व्यापक अनुभव नहीं है लेकिन वह दक्षिण अफ्रीका के पूर्णकालिक कोच बनने की दौड़ में काफी आगे हैं. 56 साल के कोच को पता है कि भारत 1992 से अब तक अपने आठ प्रयासों में कभी भी दक्षिण अफ्रीका में टेस्ट श्रृंखला नहीं जीत पाया.
सेंचुरियन: टीम में वापसी कर रहे कगिसो रबाडा और लुंगी एनगिडी के नेट अभ्यास शुरू करने के बाद दक्षिण अफ्रीका के मुख्य कोच शुकरी कोनराड ने उम्मीद जतायी कि भारत अपने टेस्ट अभियान के ‘फाइनल फ्रंटियर’ को जीतने में नाकाम रहेगा. रबाडा को एड़ी में चोट के कारण भारत के खिलाफ सीमित ओवरों की श्रृंखला से विश्राम दिया गया था. एनगिडी टी20 अंतरराष्ट्रीय से पहले बाएं टखने में चोट के कारण बाहर हो गए थे.
रबाडा और एनगिडी शनिवार दोपहर को यहां के सुपरस्पोर्ट पार्क मैदान पर टीम के नेट सत्र में दमखम के साथ अभ्यास कर रहे थे. जहां उनका सामना अनुभवी बल्लेबाज डीन एल्गर कर रहे थे. एल्गर ने इस श्रृंखला के बाद संन्यास लेने की घोषणा की है. IND vs SA Test Series: साउथ अफ्रीका में कुछ ऐसा रहा है टीम इंडिया का टेस्ट रिकॉर्ड, इस बार इतिहास रचने का सुनहरा मौका
सेंचुरियन की पिच तेज गेंदबाजों के लिए मददगार होती है लेकिन भारत ने पिछले दौरे पर इस स्टेडियम में दक्षिण अफ्रीका से बेहतर प्रदर्शन किया था. कोनराड ने कहा कि उनके मुख्य तेज गेंदबाज तरोताजा होंगे और पूरी ताकत के साथ गेंदबाजी करेंगे.
उन्होंने टीम के अभ्यास सत्र के पहले दिन कहा, ‘वे तरोताजा और आक्रामक होंगे (रबाडा और एनगिडी). मैं हमेशा तरोताजा रहने वाले खिलाड़ियों पर भरोसा करता हूं.’ दोनों अनुभवी गेंदबाज बिना किसी मैच अभ्यास के इस मुकाबले में उतरेंगे लेकिन कोच इसे लेकर ज्यादा चिंतित नहीं है.
उन्होंने कहा, ‘उन्हें अगर घरेलू मैचों में खेलना का मौका मिलता तो अच्छा होता लेकिन यही जीवन है. हर किसी को कोई रास्ता ढूंढना होता है. मैं इस बात को लेकर चिंतित नहीं हूं कि वे बिना मैच अभ्यास के भारत के खिलाफ खेलेंगे.’
कोच ने कहा, ‘केजी (रबाडा) और लुंगी 15 सदस्यीय टीम में हैं और चयन के लिए उपलब्ध हैं. हम चयन के बारे में कोई निर्णय कल लेंगे. उम्मीद है, कल सुबह हमारे पास चयन के लिए 15 लोगों की पूरी टीम होगी.’
प्रथम श्रेणी के पूर्व खिलाड़ी कोनराड के पास अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट का व्यापक अनुभव नहीं है लेकिन वह दक्षिण अफ्रीका के पूर्णकालिक कोच बनने की दौड़ में काफी आगे हैं. 56 साल के कोच को पता है कि भारत 1992 से अब तक अपने आठ प्रयासों में कभी भी दक्षिण अफ्रीका में टेस्ट श्रृंखला नहीं जीत पाया.
यह पहली बार है कि भारत केवल दो टेस्ट मैचों की श्रृंखला खेल रहा है. उन्होंने ने कहा, ‘हम निश्चित रूप से उस गौरवपूर्ण रिकॉर्ड को बनाए रखना चाहते हैं और सुनिश्चित करना चाहते हैं कि भारत जीतने में सफल न हो.’
कोनराड ने कहा, ‘दक्षिण अफ्रीका के लिए यह इस साल की सबसे बड़ी श्रृंखला है. भारत ने इसे ‘फाइनल फ्रंटियर बनाया है लेकिन हम यह सुनिश्चित करने के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ प्रयास करेंगे कि वे इसमें सफल ना हो.’
दोनों देशों के टेस्ट इतिहास के 31 वर्षों से अधिक समय के शीर्ष भारतीय बल्लेबाजों में केवल विराट कोहली का दक्षिण अफ्रीका में तीन दौरों में टेस्ट मैचों में औसत 50 है और यह आंकड़ा कोनराड से छिपा नहीं है.
उन्होंने कहा, ‘कोहली इस समय दुनिया के सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाज है. कहने की जरूरत नहीं है कि विराट दुनिया में जहां भी खेलेंगे उनका विकेट सबसे कीमती होगा.’ कोच ने कहा, ‘कोहली के अलावा भी भारत के पास एक शानदार बल्लेबाजी लाइनअप है. रोहित शर्मा, युवा शुभमन गिल जैसे शानदार खिलाड़ी है लेकिन हमारे पारबाडा और एनगिडी शनिवार दोपहर को यहां के सुपरस्पोर्ट पार्क मैदान पर टीम के नेट सत्र में दमखम के साथ अभ्यास कर रहे थे. स बेहतरीन गेंदबाजी लाइनअप है.’
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