देश की खबरें | भारत के लोकतंत्र और संस्थाओं की सफलता से आहत कुछ लोग इस पर हमला कर रहे हैं: मोदी

नयी दिल्ली, 18 मार्च प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को कहा कि भारत के लोकतंत्र और इसकी संस्थाओं की सफलता कुछ लोगों को आहत कर रही है और इसलिए वे इस पर हमला कर रहे हैं। उन्होंने जाहिर तौर पर देश में लोकतंत्र की स्थिति की आलोचना करने को लेकर कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर तंज कसा है।

मोदी ने ‘इंडिया टुडे कॉन्क्लेव’ में कहा कि जब देश भरोसे और संकल्प से भरा है और दुनिया के बुद्धिजीवी भारत को लेकर आशावादी है, तो निराशावाद की बातें, देश को खराब रोशनी में दिखाने और देश के मनोबल को ठेस पहुंचाने की बातें भी होती हैं।

मोदी ने किसी का भी नाम लिए बिना कहा, “ जब कोई शुभ कार्य हो रहा होता है, तो काला टीका लगाने की परंपरा है। इसलिए जब इतने सारे शुभ कार्य हो रहे हैं, तो कुछ लोगों ने यह काला टीका लगाने की जिम्मेदारी ले ली है।”

उनकी टिप्पणी ऐसे वक्त में आई है, जब ब्रिटेन यात्रा के दौरान गांधी की टिप्पणियों को लेकर हंगामा मचा हुआ है और भाजपा उनपर विदेशी धरती पर देश को बदनाम करने और विदेशी दखल का अनुरोध करने का आरोप लगा रही है।

मोदी ने कहा कि भारत ने दुनिया को दिखा दिया है कि लोकतंत्र नतीजे दे सकता है।

प्रधानमंत्री ने कहा, “ भारत के लोकतंत्र और उसकी संस्थाओं की सफलता कुछ लोगों को आहत कर रही है और इसलिए वे उस पर हमला कर रहे हैं।”

मोदी ने कहा कि उन्हें विश्वास है कि इस तरह के हमलों के बावजूद देश अपने उद्देश्यों को पूरा करने के लिए आगे बढ़ेगा।

विपक्ष पर निशाना साधते हुए मोदी ने कहा कि पहले घोटाले सुर्खियां बनते थे लेकिन अब अपने खिलाफ कार्रवाई को लेकर 'भ्रष्टाचारी' आपस में हाथ मिला रहे हैं, इसकी खबर बन रही है।

मोदी ने कहा कि दुनिया कह रही है कि यह भारत का समय है और यह वादे करने और उन्हें निभाने में आए बदलाव के कारण संभव हुआ है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि सभी सरकारें अपनी क्षमता के अनुसार काम करती हैं और परिणाम भी उसी के अनुसार मिलता है, लेकिन उनकी सरकार नए परिणाम चाहती है और अलग गति और पैमाने पर काम करती है।

उन्होंने कहा, “ आज भारत दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था है। यह स्मार्टफोन डेटा उपभोक्ताओं के मामले में पहले नंबर पर है। यह दूसरा सबसे बड़ा मोबाइल निर्माता है और इसके पास तीसरा सबसे बड़ा स्टार्टअप इकोसिस्टम है।”

प्रधानमंत्री ने कहा कि दुनिया के प्रमुख अर्थशास्त्री, विश्लेषक और विचारक एक स्वर में कह रहे हैं कि यह भारत का समय है।

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