कोलकाता, 28 अगस्त पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कोयला घोटाला मामले में अपने भतीजे व टीएमसी के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी को पूछताछ के लिये तलब किये जाने के बाद केंद्र की भाजपा नीत सरकार की आलोचना की। उन्होंने दावा किया कि भाजपा के कुछ मंत्रियों की कोयला माफिया से मिलीभगत है।
उन्होंने नरेंद्र मोदी सरकार पर देश के ''संघीय ढांचे को तहस-नहस करने'' और राज्यों के अधिकारों को छीनने की कोशिश करने का भी आरोप लगाया।
तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) प्रमुख ने ''केंद्र के अधिनायकवाद'' के खिलाफ लड़ने के लिए सभी मुख्यमंत्रियों की एक बैठक बुलाने का प्रस्ताव रखा।
उन्होंने कहा, ''भाजपा और केंद्र सरकार हमसे राजनीतिक तौर पर नहीं लड़ सकती। पार्टी (भाजपा) विधानसभा चुनावों में हार गई थी और अब वे केंद्रीय एजेंसियों का हमारे नेताओं जैसे अभिषेक बनर्जी व अन्य के खिलाफ उपयोग कर रहे हैं। लेकिन मैं उन्हें बता दूं, वे हमें डरा धमका नहीं सकते। हम उनके खिलाफ अपनी लड़ाई जारी रखेंगे।'
अधिकारियों ने शनिवार को कहा कि प्रवर्तन निदेशालय ने राज्य में एक कथित कोयला घोटाले से जुड़े धन शोधन मामले में पूछताछ के लिए कुछ लोगों विशेष रूप से टीएमसी के डायमंड हार्बर से सांसद अभिषेक बनर्जी और उनकी पत्नी को तलब किया है।
बनर्जी ने कहा, “यदि आप (भाजपा) हमें प्रवर्तन निदेशालय का डर दिखाते हैं, तो हम एजेंसी को भाजपा नेताओं के खिलाफ सबूत भी भेजेंगे। भाजपा के मंत्रियों और नेताओं का एक धड़ा कोयला माफिया के साथ मिल कर काम कर रहा है। वे चुनाव के दौरान उनके द्वारा संचालित होटलों में भी रुके थे।''
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