Siwan Spurious Liquor Case: मरने वालों की संख्या बढ़कर पांच हुई, 16 लोग गिरफ्तार
प्रतिकात्मक तस्वीर (Photo Credits: LatestLY)

सीवान (बिहार), 24 जनवरी : बिहार के सीवान (Siwan) जिले में संदिग्ध जहरीली शराब पीने से सोमवार को दो और लोगों की मौत होने के बाद मृतक संख्या बढ़कर पांच हो गई है. पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने यह जानकारी दी.उन्होंने कहा कि कथित तौर पर जहरीली शराब के सेवन से बीमार हुए सात लोगों का फिलहाल एक सरकारी अस्पताल में इलाज हो रहा है. अधिकारी ने कहा कि मामले की जांच शुरू कर दी गई है और भोपतपुर अनुमंडल में हुई घटना के सिलसिले में अब तक 16 लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जिनमें से दो लोगों के पास ‘‘50 लीटर शराब’’ थी. बिहार पुलिस द्वारा जारी एक बयान के मुताबिक, ‘‘पेट में दर्द, जी मिचलाने और चक्कर आने की शिकायत के बाद रविवार शाम करीब सात बजे 12 लोगों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया. अस्पताल लाए जाने पर चिकित्सकों ने एक व्यक्ति को मृत घोषित कर दिया, जबकि पटना मेडिकल कॉलेज और अस्पताल (पीएमसीएच) ले जाते समय दो और लोगों की मौत हो गई.’’ बयान में कहा गया है, ‘‘पटना के अस्पताल ले जाते समय सोमवार को दो अन्य ने रास्ते में दम तोड़ दिया.’’

बयान में कहा गया है कि सात लोगों का जिला अस्पताल में इलाज हो रहा है, जिनकी हालत गंभीर नहीं है. अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (मुख्यालय) जे एस गंगवार ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘मामले के सिलसिले में मुख्य आरोपी संदीप चौहान और उसके भाई दीपक सहित 16 लोगों को गिरफ्तार किया गया है, उनसे हिरासत में पूछताछ जारी है.’’ उन्होंने बताया, ‘‘दोनों मुजफ्फरपुर के रास्ते कोलकाता से स्पिरिट लाए थे. उन्होंने दावा किया था कि इसका इस्तेमाल सैनिटाइजर बनाने में किया जाएगा. यह खेप 18 जनवरी को मुजफ्फरपुर पहुंची और फिर चौहान बंधुओं ने सीवान में पांच लोगों को स्पिरिट दी.’’ उन्होंने कहा कि आपूर्तिकर्ता को पकड़ने के लिए अधिकारियों की एक टीम कोलकाता के लिए रवाना हो गई है. एडीजी ने कहा, ‘‘शराब के अवैध कारोबार में शामिल अन्य लोगों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है.’’

जिला प्रशासन के एक अधिकारी ने बताया कि मृतक की पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद मौत के सही कारणों का पता चलेगा. बिहार में शराब की बिक्री और सेवन पर प्रतिबंध है. पिछले साल दिसंबर में सारण जिले में जहरीली शराब के सेवन से कथित तौर पर करीब 50 लोगों की जान चली गई थी. इस घटना से राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया था, विपक्षी नेताओं ने जहरीली शराब से हुई मौत को लेकर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर कड़ा हमला किया था. मृतकों के परिवारों को मुआवजा देने से इनकार करने के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी आलोचना के घेरे में आ गए थे.