बेंगलुरु, 24 दिसंबर कर्नाटक विधानसभा में विपक्ष के नेता सिद्धरमैया ने बृहस्पतिवार को मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा से तत्काल इस्तीफा देने की मांग की क्योंकि उच्च न्यायलय ने मुख्यमंत्री के खिलाफ दर्ज भ्रष्टाचार के पुराने मामले को निरस्त करने से इनकार कर दिया है।
येदियुरप्पा ने अपने खिलाफ दर्ज प्राथमिकी को रद्द करने के लिए उच्च न्यायालय में याचिका दायर की थी जिसे अदालत ने खारिज कर दिया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत भाजपा आलाकमान से दखल देने और येदियुरप्पा को मुख्यमंत्री पद से त्याग पत्र देने के लिए कहने का आग्रह करते हुए कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ने कहा कि भाजपा आलाकमान मुख्यमंत्री बदलने की योजना बना रहा था और अब उसके पास ऐसा करने के लिए पुख्ता वजह है।
सिद्धरमैया ने कहा, " मैं श्री येदियुरप्पा से इस्तीफे की मांग करता हूं, क्योंकि उनके खिलाफ दर्ज प्राथमिकी को रद्द करने की उनकी याचिका को कर्नाटक उच्च न्यायालय ने खारिज कर दिया है। लिहाजा उनको एक क्षण के लिए भी मुख्यमंत्री पद पर बने रहने का अधिकार नहीं है। "
बेंगलुरू में पत्रकारों से बातचीत करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि भाजपा नेतृत्व को तत्काल हस्तक्षेप करना चाहिए और येदियुरप्पा से इस्तीफे के लिए कहना चाहिए।
कर्नाटक उच्च न्यायालय ने मंगलवार को येदियुरप्पा की याचिका को खारिज कर दिया था जिसमें उन्होंने अपने खिलाफ दर्ज प्राथमिकी को रद्द करने की फरियाद की थी। यह प्राथमिकी 2006-07 में भूमि को अवैध तरीके से गैर अधिसूचित करने के मामले में दर्ज की गई है। उस वक्त येदियुरप्पा एचडी कुमारस्वामी के नेतृत्व वाली जद(एस)- भाजपा की सरकार में उपमुख्यमंत्री थे।
सिद्धरमैया ने दावा किया कि न्यायाधीश ने अपने आदेश में विस्तार से बताया है कि जांच को क्यों जारी रखना चाहिए और प्राथमिकी को क्यों रद्द नहीं किया जा सकता है।
कांग्रेस विधायक दल के नेता ने कहा, " वह मुख्यमंत्री हैं और उनके पास शक्तियां हैं। लिहाज़ा जांच को प्रभावित करने के अंदेशे हैं। निष्पक्ष जांच नहीं हो सकती है, इसलिए येदियुरप्पा को सत्ता में नहीं रहना चाहिए और तत्काल इस्तीफा देना चाहिए।"
उन्होंने कहा, " वह बरी होकर वापस सत्ता में आ सकते हैं, हमें इस पर कोई आपत्ति नहीं है।"
सिद्धरमैया ने कहा कि अगर मुख्यमंत्री कानून का सम्मान करते हैं और लोकतंत्र में उनका विश्वास है तो उन्हें तत्काल पद से त्यागपत्र दे देना चाहिए।
उन्होंने कहा, " अगर वह अड़े रहते हैं और इस्तीफा नहीं देते हैं, तो भाजपा और प्रधानमंत्री को हस्तक्षेप करना चाहिए।"
सिद्धरमैया ने कहा, " ना खाऊंगा, ना खाने दूंगा (भ्रष्टाचार के खिलाफ प्रधानमंत्री का नारा) का दावा करने वालों को कार्रवाई करनी चाहिए।"
कांग्रेस नेता ने कहा कि अगर येदियुरप्पा इस्तीफा नहीं देते हैं तो कांग्रेस सड़कों पर प्रदर्शन करेगी।
उन्होंने कहा, " मेरा मानना है कि वह खुद से इस्तीफा दे सकते हैं।"
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