मुंबई, 21 मई महाराष्ट्र सरकार के खिलाफ विपक्षी भारतीय जनता पार्टी के विरोध प्रदर्शन की योजना की आलोचना करते हुये सत्तारूढ़ शिवसेना ने बृहस्पतिवार को कहा कि पार्टी कोरोना वायरस महामारी को राजनीतिक रंग देने की कोशिश कर रही है।
भाजपा ने शिवसेना-राकांपा-कांग्रेस सरकार के खिलाफ शुक्रवार को राज्यव्यापी प्रदर्शन की अपील की है। भाजपा का आरोप है कि यह सरकार माहाराष्ट्र में महामारी को नियंत्रण में करने में विफल रही।
शिवसेना ने एक ट्वीट में कहा कि विधानसभा में विपक्ष के नेता देवेंद्र फडणवीस को सलाह देनी चाहिए कि कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई कैसे लड़ी जाए। विरोध प्रदर्शन से तो लोग जमा होंगे और इसका उल्टा प्रभाव पड़ेगा।
शिवसेना ने कहा, ‘‘गुजरात में जो हुआ, उसे हमें दोहराना नहीं चाहिए और राज्य की पुलिस पर भार नहीं डालना चाहिए।’’
महाराष्ट्र के भाजपा प्रमुख चंद्रकांत पाटिल के बयान का हवाला देते हुए शिवसेना ने कहा कि वह इस बयान की निंदा करते हैं। पाटिल ने पार्टी कार्यकर्ताओं को विरोध करने के तरीके बताए थे।
शिवसेना ने कहा, ‘‘ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लोगों से अपील करते हैं कि वे एकजुट होकर कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ें और भाजपा की राज्य इकाई संकट को राजनीतिक रंग दे रही है।’’
शिवसेना के वरिष्ठ नेता और राज्य के उद्योग मंत्री सुभाष देसाई ने कहा कि भाजपा को पहले गुजरात में अपने मुख्यमंत्री को सलाह देनी चाहिए कि वह सूरत और अन्य स्थानों पर फंसे प्रवासी श्रमिकों के विरोध प्रदर्शन को कैसे रोकें और शांत कराएं।
महाराष्ट्र में बृहस्पतिवार शाम तक कोरोना वायरस संक्रमण के मामले 41,000 के पार जा चुके हैं और अब तक 1,400 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई है।
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