देश की खबरें | शिरोमणी अकाली दल ने दिल्ली हिंसा की निंदा की

चंडीगढ़, 27 जनवरी शिरोमणी अकाली दल ने गणतंत्र दिवस पर दिल्ली में हुई हिंसा की बुधवार को निंदा करते हुए कहा कि देश सिर्फ शांति व सांप्रदायिक सौहार्द के माहौल में ही उन्नति कर सकता है।

पार्टी नेता बिक्रम सिंह मजीठिया ने कहा कि जिस तरह से कुछ “स्वयंभू” नेताओं ने कथित तौर पर किसानों की ट्रैक्टर परेड की आड़ में हिंसा भड़काई है उसकी “अंतरराष्ट्रीय जांच” होनी चाहिए।

हाथों में डंडे, तिरंगा और किसान संघों के झंडे लिये हजारों किसानों ने विभिन्न सीमाओं से शहर में घुसते हुए बैरियर तोड़ दिये और पुलिस के साथ झड़प की तथा ऐतिहासिक लाल किले पर एक धार्मिक ध्वज फहराया।

शिरोमणी अकाली दल ने एक बयान में कहा कि वह किसी के द्वारा किसी भी रूप में हिंसा के इस्तेमाल के खिलाफ है और साथ ही “शांति व सांप्रदायिक सौहार्द के लिये अपने मजदूब और अडिग संकल्प” को दोहराया।

पार्टी ने अपनी कोर समिति की आपात बैठक के बाद कहा, “हम हमेंशा इन मूल्यों के साथ खड़े रहे हैं और इनके संरक्षण के लिये सर्वोच्च बलिदान भी दिया है। हमारा दृढ़ मत है कि पंजाब और देश सिर्फ शांति और सांप्रदायिक सौहार्द के माहौल के जरिये ही प्रगति और समृद्धि के पथ पर आगे बढ़ सकते हैं।”

अपने प्रस्ताव में पंजाब में विपक्षी दल ने केंद्र सरकार को इस घटना को किसानों की वाजिब मांगों को “कुचलने के बहाने” के तौर पर इस्तेमाल करने के खिलाफ आगाह किया।

पार्टी ने कहा, “संसद के आगामी सत्र में इन मांगों को हम आक्रामक तरीके से उठाएंगे।”

इसबीच मजीठिया ने दावा किया कि कुछ “असामाजिक” तत्व एजेंसियों के हाथों की कठपुतली बन गए जो ट्रैक्टर परेड को “नष्ट” करना चाहते थे। उन्होंने इस मामले की अंतरराष्ट्रीय जांच की मांग की।

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