कोलकाता, १ जून : केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कोलकाता के निकट राजारहाट में केंद्रीय फॉरेंसिक विज्ञान प्रयोगशाला (सीएफएसएल) के नए भवन का रविवार को उद्घाटन करते हुए कहा कि इससे पूर्वी और पूर्वोत्तर राज्यों में जटिल मामलों की जांच के लिए समग्र दृष्टिकोण अपनाने में मदद मिलेगी. शाह ने कहा कि यह प्रयोगशाला सुरक्षित, पारदर्शी और साक्ष्य-आधारित आपराधिक न्याय प्रणाली बनाने के केंद्र सरकार के दीर्घकालिक प्रयासों की दिशा में मील का पत्थर है. उन्होंने कहा, ‘‘यह अत्यंत संतुष्टि का क्षण है क्योंकि हम आधुनिक फॉरेंसिक एवं जांच संबंधी बुनियादी ढांचे की श्रृंखला में प्रत्येक कड़ी को मजबूत करना जारी रखे हुए हैं.’’
शाह ने कहा, ‘‘यह प्रयोगशाला पश्चिम बंगाल और पूर्वोत्तर में आपराधिक न्याय प्रणाली को मजबूत करने में महत्वपूर्ण योगदान देगी.’’ गृह मंत्री ने आपराधिक कानूनों में हाल में किए गए सुधारों के प्रभाव का भी उल्लेख करते हुए कहा कि भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) लागू होने के बाद ‘‘हमने 60 प्रतिशत मामलों में 60 दिन के भीतर आरोपपत्र दायर होते हुए देखे हैं.’’ यह भी पढ़ें : Hardoi Shocker: हरदोई जिले में युवती ने सुसाइड करने के इरादे से नहर में लगाई छलांग, युवकों ने कूदकर बचाई जान
उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार उत्तर प्रदेश, छत्तीसगढ़, ओडिशा, तमिलनाडु, राजस्थान, केरल और बिहार में सात और सीएफएसएल प्रयोगशालाएं स्थापित करने की योजना बना रही है. पश्चिम बंगाल के दो दिवसीय दौरे पर आए शाह यहां नेताजी इनडोर स्टेडियम में पार्टी सम्मेलन के दौरान भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेताओं और पदाधिकारियों से भी बातचीत करेंगे.













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