न्यूयॉर्क, आठ दिसंबर (एपी) यौन तस्करी मामले में एक महिला ने गवाही दी कि कि वह सिर्फ 14 साल की थी जब ब्रिटिश सोशलाइट गिलैन मैक्सवेल ने उसके कपड़े उतार दिए थे और कहा था कि उसका शरीर काफी आकर्षक है, जो फाइनेंसर जेफरी एपस्टीन को पसंद आएगा।
महिला की पहचान कैरोलिन के तौर पर हुई है, जो यौन तस्करी मामले में गवाही देने वाली तीसरी शख्स है।
कैरोलिन ने मंगलवार को मैक्सवेल के खिलाफ लगे नाबालिगों के उत्पीड़न के आरोपों के संबंध में विवरण दिया।
रुआंसी आवाज़ में कैरोलिन ने कहा कि उन्हें नशे की लत थी और पढ़ाई बीच में ही छोड़ दी थी। उस दौरान ही उन्हें एक पुरानी मित्र, वर्जीनिया रॉबर्ट्स...जिसे अब वर्जीनिया गिफ्रे के नाम से जाना जाता है, द्वारा फ्लोरिडा में पाम बीच पर एपस्टीन के एक ठिकाने पर ले जाया गया। वहां उन्हें मैक्सवेल मिली, जिन्होंने कहा, ‘‘ तुम उसे ऊपर ले जाओ और दिखाओ की क्या करना है।’’
उन्होंने बताया कि गिफ्रे और एपस्टीन ने वहां यौन संबंध बनाए और उसने वह सब देखा। इसके बाद उसे 300 डॉलर भी दिए गए। कैरोलिन ने कहा, ‘‘ मैं बहुत छोटी थी और 300 डॉलर मेरे लिए बहुत थे।’’
वहां नियमित रूप से जाना शुरू करने के बाद उन्हें यौन संदेश भेजने के लिए रखा गया। उन्होंने बताया कि मैक्सवेल को पता था कि वह 14 वर्ष की थी, लेकिन उन्होंने उसे रोका नहीं। साल 2000 की शुरुआत में एपस्टीन के ‘मसाज रूम’ में मैक्सवेल ने उनसे कहा था, ‘‘ एपस्टीन और उसके दोस्तों के लिए मेरा शरीर काफी आकर्षक है।’’
एक अभियोजक ने कैरोलिन से पूछा कि एपस्टीन के घर पर उन्हें बिना कपड़ों के किसने देखा था। कैरोलिन ने कहा कि मैक्सवेल, एपस्टीन के दो दोस्तों और दो लड़कियों ने। उन्होंने एपस्टीन के मित्र पुरुष थे या महिलाएं यह नहीं बताया और फिर वहां क्या हुआ इसकी भी विस्तृत जानकारी नहीं दी।
कैरोलिन को एक जिरह का सामना करना पड़ा, जिसमें बचाव पक्ष के एक वकील ने इस बात को उजागर करने की मांग की कि उसकी गवाही और 2008 में एपस्टीन के खिलाफ लाए गए मुकदमे के बीच विसंगतियां थीं, जिसमें मैक्सवेल का उल्लेख नहीं किया गया था। 250,000 डॉलर में इस मामले का निपटारा किया गया था।
कैरोलिन ने कहा, ‘‘ उस समय मैक्सवेल के बारे में बात नहीं की जा रही थी।’’
मैक्सवेल ने हालांकि एपस्टीन के लिए नाबालिग लड़कियों का उत्पीड़न करने के आरोपों को खारिज किया है। एपस्टीन ने मुकदमा शुरू होने से पहले ही अगस्त 2019 में न्यूयार्क के एक संघीय हिरासत केन्द्र में कथित तौर पर आत्महत्या कर ली थी।
एपी निहारिका गोला
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