मुंबई, 31 जुलाई वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल का मानना है कि अमेरिका और भारत के बीच कारोबारी संबंधों के विस्तार में सेवाओं का व्यापार महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है। उन्होंने दोनों देशों को एक ‘स्वाभाविक भागीदार’ करार दिया।
मंत्री ने कहा कि कोविड-19 के बाद की अवधि में देश के आर्थिक पुनरुद्धार में सेवा क्षेत्र काफी महत्वपूर्ण होगा।
गोयल ने इंडो अमेरिकन चैंबर ऑफ कॉमर्स (आईएसीसी) द्वारा आयोजित दूसरी भारत-अमेरिका सेवा शिखर बैठक को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘भारत और अमेरिका दुनियाभर में शांति और स्थिरता के लिए काम कर रहे हैं।’’
गोयल ने कहा कि दोनों देशों के संबंधों के विस्तार में सेवा क्षेत्र की भूमिका काफी महत्वपूर्ण होगी।
उन्होंने कहा कि भारत और अमेरिका स्वाभाविक सहयोगी है तथा समानता, उदारता एवं लोकतंत्र के साझा मूल्यों की वजह से कठिन समय में हमारे संबंध टिके रहे है।।
गोयल ने कहा कि 2001-02 में भारत से सेवाओं का निर्यात 17 अरब डॉलर था, जो 2020-21 में 12 गुना बढ़कर 205 अरब डॉलर पर पहुंच गया है।
उन्होंने कहा, ‘‘जब हम भारत-अमेरिका भागीदारी की बात करते हैं, तो दोनों देशों के ऐसे क्षेत्र हैं, जो हमारी ताकत हैं। जहां अमेरिका नवोन्मेषण, प्रौद्योगिकी, अनुसंधान और गुणवत्ता वाली शिक्षा का केंद्र है, भारत के पास प्रतिस्पर्धी मूल्य पर कुशल और समझदार श्रमबल उपलब्ध है।’’
गोयल ने कहा कि भारत तेजी से दुनिया का सबसे बड़ा डिजिटल बाजार बनने की ओर अग्रसर है।
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