सीरम ने पुणे की अदालत में 'कोविशील्ड' को लेकर दायर वाद पर जवाब दाखिल किया

सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (एसआईआई) ने ''कोविशील्ड'' नाम के उपयोग को लेकर दावा जताने संबंधी वाद के मामले में मंगलवार को पुणे की दीवानी अदालत में अपना जवाब दाखिल किया.

कोरोना टीका (Photo Credits: ANI)

पुणे: सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (एसआईआई) ने ''कोविशील्ड'' नाम के उपयोग को लेकर दावा जताने संबंधी वाद के मामले में मंगलवार को पुणे की दीवानी अदालत में अपना जवाब दाखिल किया.

साथ ही एसआईआई ने दावा किया कि वाद दायर करने वाली दवा कंपनी और उनकी कंपनी दोनों ही बिल्कुल अलग उत्पाद में काराबोर करती हैं, ऐसे में 'ट्रेडमार्क' को लेकर किसी प्रकार के भ्रम की स्थिति नहीं होगी.

मध्य महाराष्ट्र के नांदेड़ की दवा उत्पादक एवं विक्रेता कंपनी 'क्यूटिस बायोटेक' ने चार जनवरी को वाद दायर कर 'कोविशील्ड' ट्रेडमार्क पर अपना दावा जताया था. साथ ही सीरम द्वारा इस ब्रांड के नाम के इस्तेमाल पर रोक लगाने की मंगा की थी.

पुणे की एसआईआई ने अपने वकील के जरिए इस वाद के संबंध में लिखित जवाब दाखिल किया है.

उल्लेखनीय है कि एसआईआई कोविड-19 टीका 'कोविशील्ड' का उत्पादन कर रही है. इस मामले में अब 22 जनवरी को बहस की जाएगी.

एसआईआई की ओर से पेश वकील एसके जैन ने अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश एवी रोटे के समक्ष पेश होकर कंपनी का जवाब दाखिल किया. जैन ने पीटीआई- को बताया, '' हमने कोविशील्ड ट्रेडमार्क के उपयोग पर रोक को लेकर दायर वाद के संबंध में अदालत में जवाब दाखिल किया है और मैं अदालत में शुक्रवार को इस मामले में दलीलें पेश करूंगा.''

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