मुंबई, 27 अगस्त स्थानीय शेयर बाजारों में मंगलवार को काफी उतार-चढ़ाव रहा और बीएसई सेंसेक्स मामूली 14 अंक के लाभ में रहा। हालांकि, निफ्टी अपने अबतक के उच्चतम स्तर 25,017 अंक पर पहुंच गया।
पश्चिम एशिया और यूक्रेन में तनाव बढ़ने के बीच मुनाफावसूली से बाजार स्थिर रहा।
कारोबारियों के अनुसार धातु, टिकाऊ उपभोक्ता और दैनिक उपयोग का सामान बनाने वाली कंपनियों में मुनाफावसूली ने दूरसंचार, प्रौद्योगिकी और आईटी शेयरों में लाभ को हल्का किया।
तीस शेयरों पर आधारित सेंसेक्स में लगातार छठे कारोबारी सत्र में तेजी रही और यह 13.65 अंक यानी 0.02 प्रतिशत की बढ़त के साथ 81,711.76 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान यह ऊंचे में 81,919.11 अंक तक गया और नीचे में 81,600.51 अंक तक आया।
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 7.15 अंक यानी 0.03 प्रतिशत की नाममात्र बढ़त के साथ 25,017.75 अंक पर बंद हुआ। यह लगातार नौवां सत्र है जब निफ्टी में तेजी रही है।
जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, ‘‘बाजार के रिकॉर्ड ऊंचाई पर होने के साथ निवेशकों की मुनाफावसूली की। फेडरल रिजर्व के सितंबर में नीतिगत दर में कटौती की संभावना से जहां बाजार में धारणा सकारात्मक बनी है वहीं उच्च मूल्यांकन के साथ हाल में पश्चिम एशिया और यूक्रेन में तनाव बढ़ने तथा कच्चे तेल के दाम में तेजी से निवेशक सतर्क भी हुए हैं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘हाल में एफआईआई का घरेलू बाजार के प्रति रुख में बदलाव आया है। इसके अलावा, ऐसी संभावना है कि फेडरल रिजर्व के कदमों के अनुरूप आरबीआई पहल करेगा। इससे निकट भविष्य में सकारात्मक परिदृश्य को बढ़ावा मिलने की उम्मीद है।’’
सेंसेक्स की कंपनियों में बजाज फिनसर्व, मारुति, लार्सन एंड टुब्रो, बजाज फाइनेंस, इन्फोसिस, एक्सिस बैंक और आईसीआईसीआई बैंक प्रमुख रूप लाभ में रहीं।
दूसरी तरफ, नुकसान में रहने वाले शेयरों में हिंदुस्तान यूनिलीवर, जेएसडब्ल्यू स्टील, टाइटन, एनटीपीसी और टाटा मोटर्स शामिल हैं।
मझोली कंपनियों के शेयरों का प्रतिनिधित्व करने वाला बीएसई मिडकैप 0.58 प्रतिशत चढ़ा जबकि छोटी कंपनियों के शेयरों से जुड़ा स्मॉलकैप सूचकांक 0.50 प्रतिशत मजबूत हुआ।
मेहता इक्विटीज लि. के वरिष्ठ उपाध्यक्ष (शोध) प्रशांत तापसे ने कहा, ‘‘जन्माष्टमी के कारण निवेशकों की भागीदारी कम रही और बाजार पिछले बंद के मुकाबले लगभग अपरिवर्तित रहा। अमेरिकी बाजार से मिले कमजोर संकेत और एशिया के अन्य बाजारों में सुस्ती के बीच निवेशकों ने कारोबार के अंत में मुनाफावसूली की। यह बताता है कि वैश्विक स्तर पर जारी तनाव के बीच कारोबार के दौरान आगे भी उतार-चढ़ाव जारी रहेगा।’’
जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के मुख्य निवेश रणनीतिकार वी के विजयकुमार ने कहा, ‘‘ बाजार में चुनौतियां और सकारात्मक रुख दोनों हैं। चुनौतियां पश्चिम एशिया और यूक्रेन में बढ़ते तनाव को लेकर हैं। ब्रेंट क्रूड का भाव बढ़कर 81 डॉलर से ऊपर पहुंच गया है। दूसरी तरफ सकारात्मक रुख अमेरिकी केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व के नीतिगत दर में कटौती की उम्मीद को लेकर है। इससे भारतीय रिजर्व बैंक समेत अन्य केंद्रीय बैंकों पर भी सकारात्मक असर होगा।’’
एशिया के अन्य बाजारों में जापान का निक्की और हांगकांग का हैंगसेंग लाभ में जबकि दक्षिण कोरिया का कॉस्पी और चीन का शंघाई कम्पोजिट नुकसान में रहे।
यूरोप के प्रमुख बाजारों में दोपहर के कारोबार के दौरान तेजी का रुख था। ज्यादातर अमेरिकी बाजार सोमवार को नुकसान में रहे थे।
शेयर बाजार के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशकों ने सोमवार को 483.36 करोड़ रुपये मूल्य के शेयर खरीदे।
वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड 0.84 प्रतिशत घटकर 80.75 डॉलर प्रति बैरल रहा।
बीएसई सेंसेक्स सोमवार को 611.90 अंक चढ़ा था जबकि एनएसई निफ्टी में 187.45 अंक की मजबूती रही थी।
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