जरुरी जानकारी | आईटी शेयरों में बिकवाली से सेंसेक्स 360 अंक टूटा, निफ्टी 21,400 अंक से नीचे फिसला

मुंबई, 25 जनवरी स्थानीय शेयर बाजारों में बृहस्पतिवार को गिरावट आई और बीएसई सेंसेक्स 360 अंक के नुकसान में रहा। वहीं निफ्टी 21,400 अंक से नीचे आ गया। विदेशी संस्थागत निवेशकों की पूंजी निकासी जारी रहने के बीच आईटी शेयरों में बिकवाली से बाजार नुकसान में रहा।

तीस शेयरों पर आधारित सेंसेक्स 359.64 अंक यानी 0.51 प्रतिशत की गिरावट के साथ 70,700.67 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान एक समय यह 741.27 अंक लुढ़क गया था।

सेंसेक्स के 19 शेयर नुकसान में जबकि 11 लाभ में रहे।

पचास शेयरों पर आधारित नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 101.35 अंक यानी 0.47 प्रतिशत की गिरावट के साथ 21,352.60 अंक पर बंद हुआ।

विश्लेषकों के अनुसार, अमेरिका में बॉन्ड प्रतिफल बढ़ने और कंपनियों के मिले-जुले वित्तीय परिणाम के साथ विदेशी संस्थागत निवेशक बिकवाली कर रहे हैं। आईटी, औषधि और दैनिक उपयोग का सामान बनाने वाली कंपनियों के शेयरों में गिरावट आई जबकि रियल्टी तथा ऊर्जा शेयर लाभ में रहे।

सेंसेक्स की कंपनियों में टेक महिंद्रा छह प्रतिशत से अधिक नीचे आया। कंपनी का दिसंबर तिमाही का शुद्ध लाभ 60 प्रतिशत घटकर 510.4 करोड़ रुपये रहा है। तिमाही नतीजे खराब रहने की खबर का असर कंपनी के शेयर पर दिखाई दिया।

इसके अलावा भारती एयरटेल, आईटीसी, एशियन पेंट्स, विप्रो, एचडीएफसी बैंक, नेस्ले, टाटा स्टील और मारुति भी प्रमुख रूप से नुकसान में रहीं।

तीसरी तिमाही के परिणाम निवेशकों को आकर्षित करने में विफल रहे। इससे आईटी शेयरों में गिरावट आई। विप्रो 1.68 प्रतिशत, एचसीएल टेक्नोलॉजीज 1.54 प्रतिशत, टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज 1.03 प्रतिशत और इन्फोसिस 0.22 प्रतिशत नुकसान में रहे।

दूसरी तरफ, लाभ में रहने वाले शेयरों में एनटीपीसी, आईसीआईसीआई बैंक, इंडसइंड बैंक, रिलायंस इंडस्ट्रीज, जेएसडब्ल्यू स्टील, बजाज फाइनेंस, बजाज फिनसर्व और महिंद्रा एंड महिंद्रा शामिल हैं।

जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, ‘‘वैश्विक बाजारों के कमजोर रुख के बीच दोनों मानक सूचकांक नुकसान में रहे। अमेरिकी अर्थव्यवस्था में सकारात्मक रुख से वहां नीतिगत दर में फिलहाल कटौती की संभावना कम हुई है।’’

उन्होंने कहा, ‘‘एफआईआई बिकवाली कर रहे हैं क्योंकि अमेरिकी बॉन्ड का प्रतिफल बढ़ा है। वायदा एवं विकल्प खंड में सौदे के निपटान के अंतिम दिन होने के साथ शेयरों का उच्च मूल्यांकन, कंपनियों के वित्तीय परिणाम उम्मीद के अनुरूप नहीं होने तथा पश्चिम एशिया में तनाव बढ़ने के कारण बाजार धारणा प्रभावित हुई...।’’

अधिक शेयरों का प्रतिनिधित्व करने बीएसई मिडकैप सूचकांक 0.36 प्रतिशत घटा, जबकि स्मॉलकैप 0.54 प्रतिशत चढ़ा।

साप्ताहिक आधार पर बीएसई सेंसेक्स 982.56 अंक के नुकसान में रहा, जबकि निफ्टी में 269.8 अंक यानी 1.24 प्रतिशत की गिरावट आई।

बाजार शुक्रवार को ‘गणतंत्र दिवस’ के मौके पर बंद रहेंगे।

रेलिगेयर ब्रोकिंग लि. के वरिष्ठ उपाध्यक्ष (तकनीकी शोध) अजित मिश्रा ने कहा, ‘‘काफी हद तक बैंक शेयरों में दबाव से धारणा प्रभावित हो रही है। हालांकि, अन्य क्षेत्र के शेयरों में चुनिंदा लिवाली से नुकसान पर अंकुश लगा है।’’

एशिया के अन्य बाजारों में दक्षिण कोरिया का कॉस्पी, जापान का निक्की, चीन का शंघाई कम्पोजिट और हांगकांग का हैंगसेंग बढ़त में रहे।

यूरोप के प्रमुख बाजारों में दोपहर के कारोबार में गिरावट का रुख रहा। अमेरिकी बाजार में बुधवार को मिला-जुला रुख रहा।

शेयर बाजार के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशकों ने बुधवार को 6,934.93 करोड़ रुपये के शेयर बेचे।

वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड 1.02 प्रतिशत चढ़कर 80.96 डॉलर प्रति बैरल रहा।

सेंसेक्स बुधवार को 689.76 अंक और निफ्टी 215.15 अंक लाभ में रहा था।

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