श्रीनगर/जम्मू, 29 जून : शिरोमणि अकाली दल (शिअद) के एक नेता ने आरोप लगाया कि हाल में कश्मीर में चार सिख महिलाओं का जबरन विवाह कराया गया और उन्हें इस्लाम धर्म (Islam Religion) कबूल करवाया गया. उन्होंने महिलाओं को उनके परिवार को सौंपने और जबरन धर्म परिवर्तन के खिलाफ एक कानून की मांग की. सिख समुदाय के सदस्यों ने कथित ‘‘अपहरण और धर्म परिवर्तन’’ के खिलाफ समूचे जम्मू कश्मीर में सड़कों और राजमार्ग पर मार्च निकालकर प्रदर्शन किया. श्रीनगर में एक संवाददाता सम्मेलन में शिअद नेता मनजिंदर सिंह सिरसा ने कहा कि उन्होंने यह मुद्दा केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और जम्मू कश्मीर के उपराज्यपाल (एलजी) मनोज सिन्हा के समक्ष उठाया है.
सिरसा ने कहा, ‘‘केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सुबह हमसे फोन पर बात की. उन्होंने हमें बताया कि वह रविवार से उपराज्यपाल के संपर्क में हैं और स्थिति पर नजर बनाये हुए हैं.’’ सिरसा ने कहा, ‘‘हम लोग दो दिन से प्रदर्शन कर रहे हैं. चार महिलाओं का जबरन धर्म परिवर्तन कराया गया. इनमें 18 साल की एक युवती की शादी अधेड़ उम्र के शख्स से हुई है और कहा जा रहा है कि लड़की ने अपनी मर्जी से शादी की है.’’ उन्होंने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि न्यायपालिका भी महिला के परिवार के साथ न्याय नहीं कर पाया. यह भी पढ़ें : जम्मू- कश्मीर के उपराज्यपाल मांजो सिन्हा ने आज श्री अमरनाथजी तीर्थ की पवित्र गुफा में पूजा-अर्चना की
उन्होंने कहा, ‘‘अदालत परिसर में महिला के परिवार को घुसने की इजाजत नहीं दी गयी जबकि व्यक्ति के सारे रिश्तेदार परिसर में मौजूद थे जिन्होंने लड़की पर दबाव बनाया. इस तरह इसे न्यायोचित ठहराया गया.’’ सिरसा दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधन कमेटी के अध्यक्ष भी हैं. वह सोमवार को श्रीनगर पहुंचे और सिखों के समूह के साथ प्रदर्शन में हिस्सा लिया. उन्होंने कहा कि सिख समुदाय इन महिलाओं को उनके परिवार के हवाले करने और जबरन धर्म परिवर्तन के खिलाफ कानून की मांग करता है.