यूक्रेन के लड़ाके हफ्तों से इस शहर को रूसी कब्जे में जाने से बचाने की कोशिश कर रहे हैं, क्योंकि पड़ोसी सिविएरोदोनेत्स्क क्षेत्र लगभग एक हफ्ते पहले ही रूस के कब्जे में जा चुका है. रूस के रक्षा मंत्रालय ने बताया कि उसके सैन्य बलों ने हाल के दिनों में लिसिचांस्क के बाहरी इलाके स्थित तेलशोधन कारखाने पर कब्जा कर लिया है. हालांकि, लुहांस्क के गवर्नर सेरही हैदई ने शुक्रवार को दावा किया कि लड़ाई जारी है. हैदई ने ‘टेलीग्राम’ मैसेज ऐप के जरिये बयान में कहा, ‘‘पिछले दिन से हमलावर सेना चारों ओर से और उपलब्ध सभी हथियारों से गोलाबारी कर रही है.’’
रूस समर्थक अलगाववादियों का लुहांस्क और दोनेत्स्क के बड़े हिस्से पर वर्ष 2014 से ही कब्जा है और मॉस्को ने दोनों क्षेत्र को संप्रभु गणराज्यों के तौर पर मान्यता दी है. सीरिया की सरकार ने भी बुधवार को कहा था कि वह इन दो इलाकों को ‘‘स्वतंत्र और संप्रभु’’ क्षेत्र के तौर पर मान्यता देगी और राजनयिक संबंध स्थापित करने के लिए कार्य करेगी. यह भी पढ़ें : इजराइल ने भूमध्यसागर के ऊपर हिज्बुल्लाह के ड्रोन को मार गिराया
इस बीच, रूस के सहयोगी देश बेलारूस के नेता ने दावा किया है कि यूक्रेन ने कुछ दिन पहले उसके सैन्य ठिकानों को निशाना बनाकर मिसाइल दागे थे लेकिन वायु रक्षा प्रणाली से उन्हें नष्ट कर दिया. बेलारूस के राष्ट्रपति अलेक्जेंडर लुकाशेंको ने इसे उकसावे की घटना करार दिया और कहा कि बेलारूस का कोई भी सैनिक यूक्रेन में जंग में हिस्सा नहीं ले रहा. बेलारूस के बयान पर यूक्रेन की सेना की अभी कोई टिप्पणी नहीं आई है.