मुंबई, 19 जुलाई विदेशी निवेशकों और तेल कंपनियों की ओर से डॉलर की मांग आने के कारण निरंतर विदेशी फंड प्रवाह से मिल रहा समर्थन बेअसर होने से शुक्रवार को शुरुआती कारोबार में रुपये ने अमेरिकी डॉलर के मुकाबले सीमित दायरे में कारोबार किया।
विदेशी मुद्रा व्यापारियों का कहना है कि कच्चे तेल की कीमतों में उछाल से रुपये पर असर पड़ा है। इसके अलावा, कमजोर एशियाई और यूरोपीय मुद्राओं से निवेशकों की धारणा पर और असर पड़ सकता है।
अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया सीमित दायरे में रहा। इसने अमेरिकी मुद्रा के मुकाबले 83.62 का उच्चतम स्तर और 83.65 का न्यूनतम स्तर छुआ।
बृहस्पतिवार को रुपया पांच पैसे कमजोर होकर अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 83.63 के अपने सर्वकालिक निचले स्तर पर बंद हुआ था।
इस बीच, छह प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले अमेरिकी डॉलर की मजबूती को परखने वाला डॉलर सूचकांक 0.07 प्रतिशत की बढ़त के साथ 104.24 पर रहा।
वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड वायदा 0.41 प्रतिशत की गिरावट के साथ 84.76 डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार कर रहा था।
घरेलू शेयर बाजार में 30 शेयर वाला बीएसई सेंसेक्स 103.9 अंक की गिरावट के साथ 81,239.56 अंक पर और एनएसई निफ्टी 49.05 अंक की गिरावट के साथ 24,751.80 अंक पर रहा।
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