मुंबई, 30 मई विदेशी बाजारों में डॉलर और कच्चे तेल की कीमतों के नरम पड़ने से बृहस्पतिवार को अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में अमेरिकी मुद्रा के मुकाबले रुपया 11 पैसे के सुधार के साथ 83.29 प्रति डॉलर पर बंद हुआ।
विदेशी मुद्रा कारोबारियों ने बताया कि घरेलू शेयर बाजारों में भारी गिरावट और पेट्रोलियम विपणन कंपनियों की ओर से मासांत की डॉलर मांग बढ़ने से भारतीय मुद्रा पर दबाव पड़ा।
अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया 83.42 प्रति डॉलर पर खुला। कारोबार के दौरान यह 83.26 के दिन के उच्चस्तर और 83.44 के निचले स्तर को छूने के बाद अंत में 11 पैसे की बढ़त के साथ 83.29 प्रति डॉलर पर बंद हुआ।
रुपया बुधवार को अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 22 पैसे की गिरावट के साथ 83.40 प्रति डॉलर पर बंद हुआ था।
शेयरखान बाय बीएनपी पारिबा के शोध विश्लेषक अनुज चौधरी ने कहा, ‘‘रुपया, जो दिन के पहले हिस्से में कमजोर घरेलू बाजारों और एफआईआई निकासी के कारण गिरा था, अमेरिकी बॉन्ड प्रतिफल में कमी आने और अमेरिकी डॉलर में नरमी के कारण मजबूत हुआ।’’
उन्होंने कहा, ‘‘अमेरिकी फेडरल रिजर्व के अधिकारियों के आक्रामक रुख के बीच अमेरिकी डॉलर में समग्र मजबूती से रुपये पर और दबाव पड़ सकता है। हालांकि, अमेरिकी बॉन्ड प्रतिफल में किसी और तरह की नरमी या रिजर्व बैंक द्वारा किसी तरह के हस्तक्षेप से रुपये को निचले स्तरों पर समर्थन मिल सकता है।’’
विश्लेषकों ने यह भी कहा कि बाजार भागीदारों को इस सप्ताह जारी होने वाले कई घरेलू और वैश्विक वृहद आर्थिक आंकड़ों से संकेत मिलने की उम्मीद है।
इस बीच, छह प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले अमेरिकी डॉलर की मजबूती को परखने वाला डॉलर सूचकांक 0.12 प्रतिशत की गिरावट के साथ 104.90 पर रहा।
वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड वायदा 0.32 प्रतिशत की गिरावट के साथ 83.33 डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार कर रहा था।
इस बीच, बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 617.30 अंक गिरकर 73,885.60 अंक पर बंद हुआ।
शेयर बाजार के आंकड़ों के मुताबिक, विदेशी संस्थागत निवेशक (एफआईआई) पूंजी बाजार में शुद्ध बिकवाल रहे और उन्होंने बृहस्पतिवार को 3,050.15 करोड़ रुपये के शेयर बेचे।
(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)