मुंबई, 20 दिसंबर स्थानीय शेयर बाजारों में भारी गिरावट के बीच रुपया बुधवार को डॉलर के मुकाबले 83.18 के भाव पर स्थिर बना रहा।
विदेशी मुद्रा व्यापारियों ने कहा कि डॉलर सूचकांक 102 के स्तर से नीचे जाने से रुपये को समर्थन मिला लेकिन कच्चे तेल की कीमतों में उतार-चढ़ाव के बीच विदेशी मुद्रा की निकासी से रुपये पर दबाव बढ़ गया।
लाल सागर समुद्री मार्ग से तेल आपूर्ति को लेकर निवेशकों की चिंता ने भी रुपये की धारणा प्रभावित की।
अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया 83.17 प्रति डॉलर पर खुला। दिन में उसने 83.13 से 83.18 प्रति डॉलर के बीच कारोबार किया। अंत में यह 83.18 प्रति डॉलर के पिछले बंद स्तर पर ही सपाट बंद हुआ।
एलकेपी सिक्योरिटीज के उपाध्यक्ष (शोध विश्लेषक) जतिन त्रिवेदी ने कहा, ‘‘रुपये को लेकर कुल रुझान अस्थिर प्रतीत होता है, जो 83.10 और 83.35 के बीच बना हुआ है। यह गतिविधि डॉलर सूचकांक से प्रभावित है। इसके अलावा कच्चे तेल में मामूली तेजी डॉलर के मुकाबले रुपये में संभावित कमजोरी का संकेत देती हैं।’’
इस बीच, दुनिया की छह प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले डॉलर की स्थिति को दर्शाने वाला डॉलर सूचकांक 0.08 प्रतिशत की बढ़त के साथ 101.87 पर रहा।
वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड 1.39 प्रतिशत चढ़कर 80.33 डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार कर रहा था।
बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 930.88 अंक गिरकर 70,506.31 अंक पर बंद हुआ।
शेयर बाजार के आंकड़ों के मुताबिक, विदेशी संस्थागत निवेशक (एफआईआई) पूंजी बाजार में शुद्ध बिकवाल रहे। उन्होंने बुधवार को 1,322.08 करोड़ रुपये के शेयर बेचे।
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