(ललित के झा)
वाशिंगटन, सात जनवरी रिपब्लिकन पार्टी के नेता केविन मैक्कार्थी को शनिवार को अमेरिकी संसद की प्रतिनिधि सभा का अध्यक्ष चुन लिया गया जिससे देश में पिछले कुछ समय से पैदा गतिरोध खत्म हो गया है।
मैक्कार्थी (57) डेमोक्रेटिक पार्टी की 82 वर्षीय नैंसी पेलोसी का स्थान लेंगे जो आठ नवंबर को हुए मध्यावधि चुनाव के बाद सदन में बहुमत खो बैठी थीं। इस चुनाव में रिपब्लिकन पार्टी ने 435 सदस्यीय सदन में 222 सीट जीती थीं जबकि डेमोक्रेटिक पार्टी ने 212 सीट जीती थीं।
मैक्कार्थी ने 15वें चरण तक चले मतदान में 216 वोट हासिल किए जबकि डेमोक्रेटिक पार्टी के 52 वर्षीय हकीम सेकोउ जेफरीज को 212 वोट मिले।
रिपब्लिकन सांसद अपनी पार्टी के छह बागियों के मतदान के लिए उपस्थित होने के बाद ही बहुमत का जादुई आंकड़ा छूने पर कामयाब रहे। मैक्कार्थी प्रतिनिधि सभा के 55वें अध्यक्ष होंगे।
मैक्कार्थी के कटु आलोचक और विरोधियों में से एक फ्लोरिडा के रिपब्लिकन सांसद मैट गैट्ज ने 14वें और 15वें चरण में उनके पक्ष में वोट देने से इनकार कर दिया।
परेशान मैक्कार्थी उनसे वोट देने की अपील करने के लिए उनके पास भी गए लेकिन गैट्ज ने फिर भी वोट नहीं दिया। मैक्कार्थी ने इसके बाद सोमवार दोपहर तक सदन स्थगित करने का प्रस्ताव दिया। लेकिन फिर कुछ विरोधियों के साथ अंतिम क्षण की बातचीत के बाद उन्होंने 15वें चरण के मतदान का आग्रह किया।
पहले के 13 चरण के मतदान में मैक्कार्थी को शर्मिंदगी का सामना करना पड़ा था जब उनकी ही पार्टी के 20 सांसदों के एक समूह ने उनका विरोध किया। 12वें और 13वें चरण में ही रिपब्लिकन पार्टी के इन विरोधी सांसदों ने अपना रुख बदला।
सदन के प्रभावशाली अध्यक्ष के रूप में मैक्कार्थी राष्ट्रीय नीतियों पर निर्णयों में अहम भूमिका निभाएंगे।
अमेरिका की 118वीं कांग्रेस में प्रतिनिधि सभा के सदस्यों के रूप में पांच भारतीय-अमेरिकी शामिल हैं। इनमें डेमोक्रेटिक पार्टी के डॉ. अमी बेरा, राजा कृष्णमूर्ति, रो खन्ना, प्रमिला जयपाल और श्री थानेदार शामिल हैं। इन सभी ने 14वें चरण के मतदान में जेफरीज को वोट दिया था।
(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)