तिरुवनंतपुरम, 26 जनवरी 73वें गणतंत्र दिवस समारोह के अवसर पर केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने बुधवार को कहा कि दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र के रूप में भारत का सफर आधुनिक विचारों, समानता एवं न्याय सुनिश्चित करने और सभी प्रकार के आक्रमणों से खुद को बचाने के दृढ़संकल्प से ओतप्रोत रहा है।
खान ने कहा कि पूरी दुनिया में महामारी फैलने के बावजूद, राष्ट्र ने जबरदस्त दृढ़ता एवं क्षमता, हर क्षेत्र में तालमेल तथा नेतृत्व की गुंजाइश को प्रदर्शित किया।
‘सेंट्रल स्टेडियम’ में राष्ट्रीय ध्वज फहराने और औपचारिक परेड का निरीक्षण करने के बाद अपने संबोधन में खान ने कहा कि नागरिक अपने हर कार्य में संवैधानिक मूल्यों को बनाए रखें। उन्होंने कहा कि सभी के लिए समान अवसर उत्पन्न करके साथियों के कल्याण को सुनिश्चित करें और राष्ट्र को आत्मनिर्भर बनाएं एवं प्रगति की राह पर आगे बढ़ने में योगदान दें।
खान ने कहा, ‘‘ दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र के रूप में, हमारी यात्रा शासन के आधुनिक विचारों, समानता तथा न्याय सुनिश्चित करने की इच्छा और सभी प्रकार के आक्रमणों के खिलाफ खुद को बचाने के लिए दृढ़संकल्प द्वारा संचालित की गई है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘ सबसे बड़े एवं सबसे जीवंत लोकतंत्र के नागरिकों के रूप में, हमारा कर्तव्य है कि हम मानव जाति की दिव्यता में निहित सद्भाव की अपनी सांस्कृतिक विरासत को संरक्षित करें और उसे आगे बढ़ाएं।’’
कार्यक्रम में जनप्रतिनिधियों और वरिष्ठ सरकारी अधिकारियों ने हिस्सा लिया। इस दौरान कोविड-19 संबंधी सभी दिशानिर्देशों का पालन किया गया।
राज्य के विभिन्न मंत्रियों ने जिला मुख्यालयों में आयोजित गणतंत्र दिवस समारोह में हिस्सा लिया।
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