भू-सम्पत्ति बाजार संबंधी सलाहकार सेवाएं देने वाली कंपनी नाइट फ्रैंक ने अपनी एक ताजा रपट में कहा कि जून में कुल पंजीकरण में से 42 प्रतिशत पंजीकरण संपत्ति की जून में ही तय हुई बिक्री से जुड़े थे।
नाइट फ्रैंक ने एक बयान में कहा, ‘ बीएमसी क्षेत्र (चर्च गेट से दहीसर और कोलाबा से मुलुंड) में जून के दौरान 7,857 संपत्तियों का पंजीकरण दर्ज किया गया। यह संख्या पिछले महीने से 47 प्रतिशत और जून 2020 में पंजीकृत 1,839 इकाइयों से 327 प्रतिशत अधिक है।’
इसके अलावा जून 2021 में हुए पंजीकरण जून 2019 की तुलना में भी 39 प्रतिशत अधिक रहे।
कंपनी ने कहा, ‘मुंबई में इस बार लॉकडाउन की अवधि भी पिछले साल की तरह ही थी। लेकिन पिछले साल की तुलना में इस बार प्रतिबंधों में जल्दी ढील दी गई।’ उसने कहा कि महाराष्ट्र सरकार ने दिसंबर 2020 में घरों की बिक्री पर चार महीने के लिए स्टाम्प ड्यूटी कम करने का निर्णय लिया था। जिससे संपत्ति पंजीकरण में अच्छी वृद्धि हुई है।
नाइट फ्रैंक इंडिया के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक शिशिर बैजल ने कहा,‘ कोविड की दूसरी लहर के पहली के मुकाबले कई गुना अधिक खतरनाक रहने और पिछले वर्ष की तरह ही लॉकडाउन लगाए जाने के बावजूद पिछले वर्ष की तुलना में लॉकडाउन प्रतिबंधों में ढील के बाद संपत्ति पंजीकरण में एक मजबूत वृद्धि हुई है।’ उन्होंने कहा कि यह वृद्धि खरीदने वालों के व्यवहार में एक घर के मालिक होने की ओर एक मौलिक बदलाव का संकेत देती है।
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