
चंडीगढ़, 16 मई शिरोमणि अकाली दल (शिअद) से निष्कासित किए जाने के एक दिन बाद रविकरण सिंह काहलों बृहस्पतिवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में शामिल हो गये।
वह पूर्व विधानसभा अध्यक्ष दिवंगत निर्मल सिंह काहलों के बेटे हैं।
अकाली दल के प्रमुख सुखबीर सिंह बादल ने बुधवार को काहलों को ‘पार्टी विरोधी’ गतिविधियों के आरोप में पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से निष्कासित कर दिया था।
भाजपा की पंजाब इकाई के अध्यक्ष सुनील जाखड़ और पार्टी नेता मनजिंदर सिंह सिरसा की मौजूदगी में काहलों ने पार्टी की सदस्यता ग्रहण की।
जाखड़ और पार्टी नेता मनजिंदर सिंह सिरसा द्वारा पार्टी में स्वागत किये जाने पर काहलों ने कुछ नेताओं द्वारा पार्टी पर नियंत्रण किये जाने का परोक्ष रूप से जिक्र करते हुए दावा किया कि शिअद एक ‘‘लिमिटेड कंपनी’’ में बदल गई है।
काहलों ने डेरा बाबा नानक सीट से 2022 में पंजाब विधानसभा का चुनाव लड़ा था। हालांकि उन्हें हार का सामना करना पड़ा था।
काहलों ने शिअद प्रमुख सुखबीर बादल पर कटाक्ष करते हुए कहा कि वह सच बोलने के लिए उन्हें पार्टी से बाहर निकालने के लिए उनके आभारी हैं और उन्होंने किसी भी अनुशासनहीनता के आरोप को खारिज कर दिया।
उन्होंने दावा किया कि शिअद अब एक ‘‘लिमिटेड कंपनी’’ में बदल गई है जबकि सुखबीर बादल सिर्फ एक ‘‘रबर स्टांप’’ हैं। उन्होंने कहा कि पार्टी नेता बिक्रम सिंह मजीठिया सभी निर्णय लेते हैं और पार्टी के ‘‘पतन’’ के लिए जिम्मेदार हैं।
उन्होंने कहा कि शिअद की स्थिति बद से बदतर हो गई है और जो कोई भी पार्टी की भलाई के बारे में बोलता है उसे ‘‘या तो बाहर का रास्ता दिखा दिया जाता है या उसकी आवाज दबा दी जाती है’’।
काहलों ने मजीठिया पर निशाना साधते हुए उन पर पार्टी के कई वरिष्ठ नेताओं का राजनीतिक करियर ‘‘बर्बाद’’ करने का आरोप लगाया।
(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)