
नयी दिल्ली, 28 मार्च समाजवादी पार्टी के नेता रामजी लाल सुमन को उनकी एक कथित टिप्पणी को लेकर उठे विवाद के बाद राज्यसभा में बोलने की अनुमति नहीं दिए जाने के बाद विपक्षी सदस्यों ने शुक्रवार को प्रश्नकाल के दौरान सदन से वॉकआउट किया।
राज्यसभा में 21 मार्च को गृह मंत्रालय के कामकाज पर चर्चा में हिस्सा लेते हुए सुमन ने राणा सांगा पर विवादित टिप्पणी की थी। इसके विरोध में करणी सेना के कार्यकर्ताओं ने बुधवार को आगरा में उनके आवास पर तोड़फोड़ की।
सुमन के बोलने के लिए खड़े होते ही शोरगुल के बीच शून्यकाल के दौरान सदन की बैठक स्थगित कर दी गयी। स्थगन से पहले इस मुद्दे पर सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच तीखी नोकझोंक हुई।
प्रश्नकाल के लिए दोपहर 12 बजे सदन के दोबारा बैठने के तुरंत बाद सुमन फिर अपनी बात रखने के लिए खड़े हुए और आसन से अनुरोध किया कि उन्हें बोलने का मौका दिया जाए।
विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खरगे, द्रमुक के तिरुचि शिवा, आम आदमी पार्टी के संजय सिंह और कई अन्य विपक्षी सदस्यों ने खड़े होकर सुमन का समर्थन किया और आसन से उन्हें बोलने की अनुमति देने का आग्रह किया। लेकिन जब उन्हें बोलने की अनुमति नहीं दी गई तो विपक्षी दलों ने सदन से वॉकआउट किया।
इसके बाद सदन में प्रश्नकाल हुआ।
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