Rajasthan: दलित युवक की पीट-पीटकर हत्या मामले में तीन लोगों को हिरासत में लिया गया

राजस्थान के हनुमानगढ़ जिले में एक दलित युवक की पीट पीटकर हत्या करने के मामले में तीन लोगों को हिरासत में लिया गया है. पुलिस ने शनिवार को यह जानकारी दी. पीलीबंगा थानाधिकारी इंदर कुमार ने बताया कि इस संबंध में मुकेश, ओमप्रकाश और हंसराज सहित तीन लोगों को हिरासत में लिया गया है और अन्य आरोपियों को पकड़ने के लिये पुलिस की दो टीमें गठित की गई हैं.

प्रतीकात्मक तस्वीर (Photo Credits: IANS)

जयपुर, 10 अक्टूबर : राजस्थान(Rajasthan) के हनुमानगढ़ जिले में एक दलित युवक की पीट पीटकर हत्या करने के मामले में तीन लोगों को हिरासत में लिया गया है. पुलिस ने शनिवार को यह जानकारी दी. पीलीबंगा थानाधिकारी इंदर कुमार ने बताया कि इस संबंध में मुकेश, ओमप्रकाश और हंसराज सहित तीन लोगों को हिरासत में लिया गया है और अन्य आरोपियों को पकड़ने के लिये पुलिस की दो टीमें गठित की गई हैं. उपखंड अधिकारी रंजीत कुमार ने शनिवार को मृतक जगदीश के परिजनों से मुलाकात की. परिजनों ने सभी आरोपियों की गिरफ्तारी, निष्पक्ष जांच और परिवार को मुआवजा समेत अन्य मांगें उनके सामने रखीं. मांगों पर सहमति बनने के बाद परिजन अंत्येष्टि के लिए तैयार हुए. यह घटना हनुमानगढ़ जिले के प्रेमपुरा में सात अक्टूबर को घटित हुई थी जहां दर्जन भर लोगों ने जगदीश को लाठियों से तब तक पीटा जब तक उसकी मौत नहीं हो गई.

इस बीच, केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत ने राज्य सरकार पर इस मामले में चुप्पी साधने का आरोप लगाया. शेखावत ने ट्वीट के जरिये कहा, ‘‘राहुल जी आप लखीमपुर की चिंता ना करें वहां योगी जी का शासन है, आपके प्रिय गहलोत जी का नहीं! आप राजस्थान के प्रेमपुरा में इस दलित युवक की हत्या पर कुछ कहने की हिम्मत दिखाएं ताकि जनता को मालूम हो कि आप कितने सच्चे हैं?’’ उन्होंने आरोप लगाया, ‘‘आप न्याय नही मांग रहे, आप वोट लेने के जुगाड़ में लगे हो! आपके लिए राजस्थान और उत्तर प्रदेश के नागरिकों की जान में बहुत अंतर है. आप प्रेमपुरा के लिए इसलिए न्याय नहीं मांगेंगे क्योंकि यहां आपका फायदा नहीं है.’’ यह भी पढ़ें : Power Crisis: कोयले की कमी से देश में गहराया बिजली संकट, गांवों में कई घंटे बत्ती गुल, शहरों में भी दिखने लगा असर

भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनियां ने भी पीलीबंगा में दलित युवक की हत्या मामले में राज्य सरकार पर निशाना साधते हुए कहा, ‘‘देश और दुनिया में राजस्थान की छवि एक शांतिप्रिय प्रदेश की थी, लेकिन अशोक गहलोत सरकार के शासन में सारे मापदंड तोड़ दिए गए, जिससे राजस्थान सर्वाधिक अपराधग्रस्त राज्यों में शुमार हो गया, यहां बहन-बेटियां, दलित-आदिवासी कोई भी सुरक्षित नहीं है.’’

Share Now

\