जयपुर/धौलपुर, छह अगस्त राजस्थान के जैसलमेर, पाली और जोधपुर जिलों में पिछले 24 घंटे के दौरान अत्यधिक भारी बारिश हुई जिससे कुछ स्थानों पर बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं।
पानी निकालने और लोगों को सहायता प्रदान करने के लिए पंप, टैंकर जैसे संसाधनों के साथ आपदा प्रबंधन टीमों को प्रभावित क्षेत्रों में तैनात किया गया है।
नागौर में मकान का हिस्सा गिर जाने से सात वर्षीय एक बच्चे की मौत हो गई, जबकि दो लोग घायल हो गए।
वहीं, पुलिस के अनुसार सोमवार देर रात टोंक के मालपुरा थाना क्षेत्र में टोरडी बांध का पानी मालपुरा-टोडारायसिंह मार्ग पर आने जाने से वहां से गुजर रही एक रोडवेज की बस बह गई है। हालांकि उसमें यात्री नहीं थे लेकिन बस चालक मुकेश मेघवंशी लापता है।
थानाधिकारी चेनाराम ने बताया कि बांध के पानी के कारण सड़क पर सात से आठ फुट पानी भर गया और चालक ने उसमें से बस निकालने की कोशिश की लेकिन पानी का बहाव तेज होने के कारण बस असंतुलित होकर बह गई जिसके चालक की तलाश जारी है।
जैसलमेर पुलिस नियंत्रण कक्ष के अनुसार सोमवार रात भर हुई बारिश के कारण सोनार किले की दीवार ढह गई, हादसे में किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है।
जैसलमेर जिलाधिकारी प्रताप सिंह और पुलिस अधीक्षक सुधीर चौधरी ने बारिश प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया और स्थिति का जायजा लिया।
उन्होंने बताया कि कुछ स्थानों पर जलभराव है और नागरिक सुरक्षा, राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ) और पुलिस की टीम उन स्थानों पर पहुंच रही हैं जहां मदद की जरूरत है।
भारत मौसम विज्ञान विभाग के जयपुर केंद्र के अनुसार मंगलवार सुबह साढ़े आठ बजे तक पिछले 24 घंटे की अवधि में जैसलमेर के मोहनगढ़ में 260 मिलीमीटर, भणियाणा में 206 मिलीमीटर, जोधपुर के देचू में 246 मिलीमीटर, पाली में 257 मिलीमीटर बारिश हुई जो कि ‘अत्यधिक भारी श्रेणी’ की बारिश है।
इस दौरान जिन जगहों पर ‘बेहद भारी बारिश’ हुई उनमें पाली का मारवाड़ जंक्शन (166 मिलीमीटर), रोहट (134 मिलीमीटर), जोधपुर का लोहावट (189 मिलीमीटर), जालोर का आहोर (157 मिलीमीटर), बाड़मेर का समदड़ी में (193 मिलीमीटर) तथा अजमेर का नसीराबाद (165 मिलीमीटर) शामिल हैं।
इसके अनुसार मंगलवार सुबह से शाम साढ़े पांच बजे तक जोधपुर शहर में 19 मिलीमीटर, सीकर में 11 मिलीमीटर, जालोर में 10.5 मिलीमीटर, माउंट आबू में 10 मिलीमीटर, बीकानेर में 5.6 मिलीमीटर, फलोदी में 5.2 मिलीमीटर बारिश हुई।
कोटा और बूंदी समेत पूरे हाड़ौती अंचल में हो रही तेज बरसात के बाद में कोटा बैराज के गेट खोलकर चंबल नदी में पानी की निकासी की जा रही है। चंबल नदी में पानी की आवक के कारण धौलपुर में चंबल नदी का जलस्तर बढ़ रहा है।
धौलपुर बाढ़ नियंत्रण कक्ष से मिली जानकारी के मुताबिक मंगलवार शाम को चार बजे धौलपुर में चंबल नदी का जलस्तर 132.20 मीटर था जो कि खतरे के निशान 129.79 मीटर से करीब तीन मीटर अधिक है।
धौलपुर जिलाधिकारी श्रीनिधि बी.टी. ने आमजन से नदी के आसपास नहीं जाने और सुरक्षित स्थानों पर रहने की अपील की है। उन्होंने सभी अधिकारियों और अधीनस्थ कर्मचारियों को नदी किनारे वाले क्षेत्रों तथा जलभराव वाले क्षेत्रों में निरंतर निरीक्षण करने का निर्देश दिया है।
बारिश से रेल यातायात भी प्रभावित हुआ है। उत्तर पश्चिम रेलवे के प्रवक्ता के अनुसार जोधपुर मंडल के केरला-पाली मारवाड़ यार्ड के मध्य जलभराव हो जाने के कारण रेल यातायात प्रभावित हो गया जिसके चलते जोधपुर-साबरमती और मारवाड़-खामली घाट-मारवाड़ जंक्शन रेल सेवा मंगलवार को रद्द कर दी गई और कई के मार्ग में परिवर्तन किया गया।
जयपुर मौसम केन्द्र के प्रवक्ता राधेश्याम शर्मा ने बताया कि बुधवार से जोधपुर संभाग में भारी बारिश की गतिविधियों में कमी आएगी।
उन्होंने बताया कि पूर्वी राजस्थान के अनेक स्थानों पर आगामी दिनों में भी बारिश जारी रहने की संभावना है। इस दौरान कोटा, भरतपुर, जयपुर तथा बीकानेर संभाग के कुछ भागों में मध्यम से तेज बारिश होने की प्रबल संभावना है।
(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)