देश की खबरें | मॉनसून और चक्रवाती गतिविधियों की वजह से बारिश, तापमान में गिरावट
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नयी दिल्ली, एक जून मॉनसून की शुरुआत होने और अरब सागर में चक्रवाती गतिविधियों के कारण अनेक स्थानों में बारिश होने से सोमवार को देश के बड़े हिस्से में तापमान सामान्य से कम रहा।

दक्षिण पश्चिमी मॉनसून अपने नियत समय पर सोमवार को केरल पहुंच गया और इसी के साथ चार माह तक चलने वाले बरसात के मौसम की शुरुआत हो गई।

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पश्चिमी विक्षोभ के चलते पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश और राजस्थान में कहीं कहीं वर्षा हुई।

भारत मौसम विज्ञान विभाग ने एक बुलेटिन में कहा, ‘‘अगले पांच दिनों में देश में लू चलने की कोई संभावना नहीं है।’’

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राष्ट्रीय राजधानी में आंशिक रूप से बादल छाए रहे और अधिकतम तापमान 35.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।

देश में वर्धा (विदर्भ) में सबसे अधिक तापमान 43.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो रविवार को मध्य प्रदेश के खरगोन में 44.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किए गए तापमान से एक डिग्री कम है।

आईएमडी ने कहा कि उत्तर भारत में ‘सामान्य से अधिक’ मानसून की वर्षा होने की संभावना है, वहां मध्य भारत और दक्षिणी प्रायद्वीप में ‘सामान्य’ वर्षा होगी। हालांकि, पूर्व और पूर्वोत्तर भारत में देश के अन्य हिस्सों की तुलना में कम बारिश होने की संभावना है।

केरल के कई हिस्सों में भारी से बहुत भारी बारिश हुई खासतौर पर कोझिकोड के वातकारा में । यहां 15 सेंटीमीटर बारिश दर्ज की गई। जिले में दो दिन के लिए रेड अलर्ट जारी किया गया। रेड अलर्ट बहुत भारी से भीषण बारिश की संभावना को व्यक्त करता है।

बुलेटिन में कहा गया है कि सोमवार को 10 जिलों के लिए और मंगलवार को सात जिलों के लिए एक यलो अलर्ट जारी किया गया था। हालांकि तिरुवनंतपुरम में सुबह भारी बारिश हुई, दोपहर तक यहां धूप निकल आई।

उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में अधिकतम तापमान सामान्य से चार डिग्री कम 36.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। राज्य के कुछ हिस्सों में बलिया में 7.3 मिमी और गोरखपुर में 0.8 मिमी वर्षा दर्ज की गई।

बांदा राज्य का सबसे गर्म स्थान रहा, जहां पारा 41.6 डिग्री सेल्सियस रहा, उसके बाद झांसी में 41.1 डिग्री सेल्सियस और इलाहाबाद में 40.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।

हरियाणा और पंजाब के कई हिस्सों में पिछले दो-तीन दिनों में बारिश हुई और अधिकतम तापमान सोमवार को सामान्य स्तर से कम रहा।

चंडीगढ़ में अधिकतम तापमान सामान्य से छह डिग्री अधिक 33.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।

हरियाणा में अंबाला का अधिकतम तापमान सामान्य से सात डिग्री कम 32.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जबकि करनाल का तापमान सामान्य से आठ डिग्री कम 32 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।

हिसार का अधिकतम तापमान सामान्य से आठ डिग्री कम 34.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जबकि नारनौल का तापमान 35.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।

पंजाब के लुधियाना में तापमान सामान्य से सात डिग्री नीचे 32.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।

राजस्थान के कुछ हिस्सों में सोमवार को हवाओं के साथ बारिश हुई।

चुरु में 63.6 मिमी वर्षा दर्ज की गई, जयपुर में 11.7 मिमी, अजमेर में 2.6 मिमी, कोटा में 0.6 मिमी वर्षा हुई।

कोटा राज्य में सबसे गर्म स्थान रहा जहां तापमान 40.9 डिग्री सेल्सियस रहा, जैसलमेर में 40, बीकानेर में 39.8, बाड़मेर और चुरु में तापमान 38.5 डिग्री सेल्सियस रहा।

इस बीच आईएमडी ने कहा कि अरब सागर में दबाव एक गंभीर चक्रवात में तब्दील हो कर तीन जून को उत्तर महाराष्ट्र और दक्षिण गुजरात के तटों को पार कर सकता है।

गुजरात सरकार ने निचले इलाकों को खाली करने का आदेश दिया और छह से अधिक जिलों में राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) की 10 टीमों को तैनात किया है।

अहमदाबाद में मौसम केन्द्र के निदेशक जयंत सरकार ने कहा ,‘‘हमें तीन जून की शाम को दमन के नजदीक दक्षिणी गुजरात तट पर 90 से 100 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चक्रवाती तूफान आने की आशंका है।

भावनगर का मौसम सोमवार को अचानक बदल गया यहां बारिश के साथ तेज हवाएं चलीं । आंधी से जिले के कुछ स्थानों पर पेड़ और सौर पैनल उखड़ गए।

प्रचंड गर्मी झेल रहे मुंबई और इसके आसपास के इलाकों में सुबह के समय हल्की बौछारें पड़ी।

आईएमडी की वेबसाइट के अनुसार, मुंबई के धारावी में पिछले 24 घंटों में सबसे अधिक 31.46 मिमी बारिश दर्ज की गई।

इस बीच, गोवा में लोगों को अगले दो दिनों में समुद्र तटों या समुद्र में नहीं जाने की सलाह दी गई है।

राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में तापमान सोमवार को सामान्य से सात डिग्री कम दर्ज किया गया।

   सफदरजंग वेधशाला ने अधिकतम तापमान 35.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया वहीं पालम वेधशाला ने अधिकतम तापमान 36 डिग्री सेल्सियस उच्च दर्ज किया।

मौसम विभाग ने मंगलवार को शहर में बहुत हल्की बारिश या गरज के साथ छींटे पड़ने का अनुमान व्यक्त किया है।

इस दौरान अधिकतम और न्यूनतम तापमान क्रमशः 37 और 23 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने की संभावना है।

भारत मौसम विज्ञान विभाग के क्षेत्रीय पूर्वानुमान केंद्र के प्रमुख कुलदीप श्रीवास्तव ने कहा कि मौजूदा पश्चिमी विक्षोभ और तेज हवाओं का असर रविवार शाम तक काफी कम हो जाएगा।

उन्होंने कहा कि एक जून से तीन जून तक दिल्ली-एनसीआर में अधिकतम तापमान में दो से चार डिग्री सेल्सियस की वृद्धि होने की संभावना है।

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