देश की खबरें | हिमाचल प्रदेश में बारिश का कहर जारी; भूस्खलन से चार और की मौत, कालका-शिमला राजमार्ग बाधित

शिमला/रामपुर, 10 जुलाई हिमाचल प्रदेश में सोमवार को लगातार तीसरे दिन भी बारिश का कहर जारी है जहां भूस्खलन में चार और लोगों की मौत हो गई तथा कालका-शिमला राजमार्ग बाधित हो गया। पुलिस ने इसकी जानकारी दी।

मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि राज्य में बारिश के कारण हुई घटनाओं में दो दिन में 16 या 17 लोग मारे जा चुके हैं।

अधिकारियों ने बताया कि पर्यटन स्थल मनाली में फंसे 20 लोगों को बचा लिया गया है लेकिन अभी भी अलग-अलग हिस्सों में लगभग 300 लोग फंसे हुए हैं।

पुलिस ने बताया कि शिमला के ठियोग उपमंडल में सोमवार सुबह भूस्खलन में एक मकान के ढह जाने से तीन लोगों की मौत हो गई। घटना पल्लवी गांव में हुई और मृतकों की पहचान दीप बहादुर, देवदासी और मोहन बहादुर के रूप में हुई है।

शिमला शहर के बाहरी इलाके में रझाना गांव में भूस्खलन के बाद मलबे में फंसी एक बुजुर्ग महिला का शव रविवार रात को निकाला गया। कुछ घंटे पहले ही महिला की पौत्री का शव मौके से मिला था।

मौसम विभाग ने सोमवार को अत्याधिक बारिश का ‘रेड अलर्ट’ जारी किया है। इससे एक दिन पहले राज्य में भारी बारिश के चलते जगह-जगह भूस्खलन हुआ, घरों को नुकसान हुआ और लोगों को जान भी गंवानी पड़ी।

अधिकारियों ने बताया कि यूनेस्को धरोहर स्थल शिमला-कालका रेल मार्ग पर भूस्खलन के कारण कई स्थानों पर पटरियां अवरुद्ध हो गयीं जिसके चलते रेल परिचालन मंगलवार तक निलंबित कर दिया गया है। वहीं, राज्यभर में शैक्षणिक संस्थानों को सोमवार और मंगलवार को बंद रखने का आदेश दिया गया है।

भूस्खलन के बाद सोमवार को शिमला शहर से लगभग 16 किमी दूर शोघी के पास शिमला-कालका राष्ट्रीय राजमार्ग बाधित हो गया।

अधिकारियों ने बताया कि जिले में 120 से अधिक सड़कें अवरुद्ध हैं, जबकि 484 जल आपूर्ति योजनाएं प्रभावित हैं।

शिमला के पुलिस अधिकारियों ने ‘पीटीआई-’ को बताया कि पेड़ों के उखड़ने, छत गिरने और संपत्ति को नुकसान पहुंचने की घटनाएं सामने आ रही हैं। अब तक 10 घर और 20 वाहन क्षतिग्रस्त हो गए हैं।

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