पुतिन ने इन्हें पश्चिमी प्रयासों के रूप में वर्णित किया है।
संघीय सुरक्षा सेवा (एफएसबी) के शीर्ष अधिकारियों की एक बैठक में बुधवार को पुतिन ने ‘‘रूस को नियंत्रित करने की तथा-कथित रणनीति’’ का जिक्र करते हुए आरोप लगाया कि इसमें ‘‘ हमारी विकास यात्रा को पटरी से उतारने, उसे धीमा करने, हमारी सीमाओं पर समस्याएं पैदा करना, आंतरिक अस्थिरता को भड़काना और रूसी समाज को एकजुट करने वाले मूल्यों को कमजोर करने’’ जैसे प्रयास शामिल हैं।
रूसी राष्ट्रपति ने कहा कि विदेशी ताकतों की गतिविधियों का उनका उद्देश्य ‘‘रूस को कमजोर करना और इसे बाहरी नियंत्रण में रखना’’ है। हालांकि उन्होंने ये विदेशी ताकतें कौन हैं, इसका खुलकर कोई जिक्र नहीं किया।
पुलिस ने विदेशी जासूसों की गतिविधियों को बाधित करने के एजेंसी के प्रयासों की सराहना भी की, जिसके तहत एजेंसी ने 72 विदेशी खुफिया अधिकारियों और उनके 423 मुखबिरों का पता लगाया।
उन्होंने एफएसबी को देश की नवीनतम सैन्य प्रौद्योगिकियों के संरक्षण को बढ़ाने का आदेश देते हुए कहा, ‘‘आप सभी को पता है कि हमारे पास रक्षा करने के लिए बहुत कुछ है।’’
एफएसबी को अपने आतंकवादी रोधी प्रयासों को बढ़ाने का आदेश भी दिया।
अमेरिका और उसके नाटो सहयोगियों ने क्रेमलिन के पूर्व में किए ऐसे कई दावों को खारिज किया है, जिसमें उसने कहा था वे रूस को कमजोर करना चाहते हैं।
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